दिल्ली में भारी बारिश से आई बाढ़: 3 की मौत, सड़कों पर जलजमाव और स्कूल बंद

दिल्ली में भारी बारिश से आई बाढ़: 3 की मौत, सड़कों पर जलजमाव और स्कूल बंद अग॰, 2 2024

दिल्ली में भारी बारिश से उत्पन्न हालात

दिल्ली में बुधवार शाम को हुई भारी बारिश ने पूरे शहर में व्यापक व्यवधान पैदा कर दिया। सड़कों पर जलजमाव ने आम जनजीवन को प्रभावित किया और जिन लोगों को बाहर जाने की आवश्यकता थी, उन्हें कई घंटों के ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ दिनों में भी ऐसे ही मौसम का सामना करना पड़ सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में स्थित सलवान स्टेशन में बुधवार सुबह 8:30 बजे से गुरुवार सुबह 7:15 बजे तक 147.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसी प्रकार, नजफगढ़, लोदी रोड, दिल्ली विश्वविद्यालय और सफदरजंग इलाके में भी भारी वर्षा देखी गई।

स्कूलों में अवकाश की घोषणा

भारी बारिश के मद्देनजर दिल्ली की शिक्षा मंत्री अतिशी ने सभी स्कूलों को गुरुवार को बंद रखने की घोषणा की है। मंत्री ने बताया कि बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने भी नागरिकों को मुंडका इलाके से बचने की सलाह दी है क्योंकि वहाँ भारी जलजमाव और सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं।

यातायात जाम और जलजमाव की शिकायतें

यातायात जाम और जलजमाव की शिकायतें

गुरुवार की रात तक, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को 50 से अधिक जलजमाव की शिकायतें प्राप्त हुईं और कई लोग ट्रैफिक जाम के बारे में शिकायत कर रहे थे। सड़कों पर पानी भरने से वाहनों का आवागमन बाधित हो गया और लोगों को घंटों तक जाम में फंसा रहना पड़ा।

दु:खद हादसे

इस बीच, दिल्ली के गाजीपुर इलाके में एक 22 वर्षीय महिला और उसके तीन वर्षीय बेटे की बाढ़ के कारण मौत हो गई। ये हादसा तब हुआ जब महिला और उसका बेटा जलजमाव के कारण एक खुले नाले में गिर गए। घटना खोडा कॉलोनी इलाके के पास हुई, जहां सड़क किनारे नाले का निर्माण कार्य चल रहा था।

दिल्ली में आई इस बारिश ने एक बार फिर से शहर की जल निकासी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जलजमाव और ट्रैफिक जैसी समस्याओं का जल्द समाधान निकालना जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।

बारिश का प्रभाव

बारिश का प्रभाव

दिल्ली में बारिश का असर सिर्फ यातायात और जलजमाव तक सीमित नहीं रहा। शहर के विभिन्न हिस्सों में बिजली कटौती भी देखी गई, जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मकानों, दुकानों और कार्यालयों में पानी भर जाने के कारण लोगों को अपना सामान सुरक्षित रखने में दिक्कतें पेश आईं।

मेट्रोलॉजिकल डेटा के अनुसार, दिल्ली में पिछले कुछ वर्षों में जुलाई और अगस्त के महीने में भारी बारिश का रुझान देखा जा रहा है। इस भारी बरसात ने प्रशासनिक तैयारियों की पोल खोल दी है और यह स्पष्ट किया है कि शहर को इस प्रकार की अप्रत्याशित और भारी बारिश के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है।

बचाव और राहत कार्य

अग्निशमन विभाग, पुलिस और कई एनजीओ ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। जलजमाव वाले इलाकों में पंपों के माध्यम से पानी निकालने का काम तेजी से चल रहा है। प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएँ वितरित की जा रही हैं। उन्हें अस्थायी शिविरों में ठहराया गया है जहां उनके भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं का ध्यान रखा जा रहा है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई है जिसमें जलजमाव और बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए दीर्घकालिक और त्वरित उपायों पर चर्चा की गई। इंफ्रास्ट्रक्चर को अद्यतन करने और शहर की जल निकासी प्रणाली को सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने का वादा किया गया है।

वर्तमान में, प्रशासन और नागरिक इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और आशा है कि आने वाले दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। सभी को सतर्क रहते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहना चाहिए और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।