दिल्ली में 3 अक्टूबर की बारिश जारी, IMD ने 6 अक्टूबर के लिए पीला अलर्ट जारी किया

दिल्ली में 3 अक्टूबर की बारिश जारी, IMD ने 6 अक्टूबर के लिए पीला अलर्ट जारी किया अक्तू॰, 3 2025

जब भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दिल्ली में आज 3 अक्टूबर, 2025 को हल्की‑से‑मध्यम बारिश जारी रहेगी, तो शहर वाले अपने कफे की खिड़कियों से बाहर की बूँदों को नज़रअंदाज़ नहीं कर पाए। मौसम विभाग ने बताया कि तूफ़ानी तेज़ हवाओं के साथ बिजली चमकेगी और हवा की गति 40 किमी/घंटा तक पहुँच सकती है। शाम तक मौसम की स्थिति अस्थिर बनी रहेगी, और बादल ही बादल रहेंगे—जैसे कि मौसम का टेबल‑टेनिस मैच चल रहा हो।

पश्चिमी व्यवधान और मौसम की पृष्ठभूमि

पश्चिमी सभ्यताओं के बीच से निकल रहा यह पश्चिमी व्यवधान अब भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर में अपने निशान छोड़ रहा है। यह प्रणाली पश्चिमी भूमध्यसागर से उत्पन्न होकर मध्य‑एशिया से गुजरते‑गुज़रते थ्रू‑हायर हाईजेज़ तक पहुँच गई, और अब दिल्ली के ऊपर बैठी है। "हम इस व्यवधान को इस महीने के अंत तक देखते रहेंगे," डॉ. राकेश शर्मा, मुख्य मौसम विज्ञानी, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा। उनका कहना है कि इस समय तक व्यवधान की शक्ति धीरे‑धीरे घटने लगती है, लेकिन पूरी तरह से दूर नहीं हुई।

विस्तृत बारिश डेटा: कौन‑से इलाके सबसे अधिक प्रभावित

गुज़रते दिन में द्विधा के दौरान दिल्ली के किन‑किन हिस्सों को तुम्हारी पिचकारी जैसी बूँदें मिलीं, इसका आंकड़ा काफ़ी दिलचस्प है। सबसे अधिक बारिश पिटामपुरा में दर्ज की गई – 20 मिमी। इसके बाद रिज़ एरिया ने 15.4 मिमी, और जनकपुरी में 19 मिमी गिरा। सफ़दरजंग (मुख्य मॉनीटरिंग स्टेशन) ने अपने रिकॉर्ड में शाम 8:30 बजे तक 14 मिमी जलसंचय दर्ज किया। पलाम, आयनागर, पुासा और मेयर विहार जैसी जगहों ने क्रमशः 8.6 मिमी, 2 मिमी, 6.5 मिमी और 10 मिमी जमीं, जबकि लोधी रोड में तो केवल हल्की बूंदाबांदी हुई। इन आँकड़ों को देखते हुए एक स्पष्ट पैटर्न उभरकर आया – उत्तरी दिल्ली की बारिश अधिक तीव्र, जबकि दक्षिणी हिस्सों में हल्की बौछार रही।

IMD का अलर्ट और आगामी मौसम योजना

अंत में, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 6 अक्टूबर, 2025 के लिए पीला अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि अगले दो दिनों में फिर से हल्की‑से‑मध्यम बारिश, बिजली‑तड़ित, और तेज़ हवाओं की संभावना है। इस अलर्ट में कहा गया है कि नागरिकों को बाहर निकलते समय हल्की बारिश के कपड़े और छाता रखना चाहिए, और बच्चों व बुज़ुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। पेशेवर मौसम मॉडल बताते हैं कि 7.11 % बारिश की संभावना अभी निचले स्तर पर है, लेकिन अलर्ट के बाद इस प्रतिशत में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हो सकती है।

निवासियों के लिए सुझाव और स्वास्थ्य सावधानियाँ

निवासियों के लिए सुझाव और स्वास्थ्य सावधानियाँ

बारिश के मौसम में अक्सर बायो‑सुरक्षा चिन्ता बढ़ जाती है। पहले तो, तेज़ धुंध के कारण वायु गुणवत्ता घट सकती है; इसलिए, घर की खिड़कियों को बंद रखें और एसी या एअर्डेफ़्यूज़र का उपयोग करें। दूसरा, बिजली गिरने की संभावना के कारण बाहर काम कर रहे लोगों को रबर के दस्ताने और एंटी‑स्टैटिक जूते पहनना चाहिए। तीसरा, ड्राइविंग करते समय पिचटियाँ और जल जमाव से बचें—गड़ागड़ाने वाली सड़कों पर ब्रेक लगाना मुश्किल हो सकता है। विशेषकर बुज़ुर्ग व बच्चों के लिए हाई‑वॉटर-ट्रीटमेंट वॉटर की बोतलें लेकर चलना उचित रहेगा।

भविष्य की संभावनाएँ और विशेषज्ञों की राय

अगले कुछ दिनों में, मौसम विभाग ने बताया कि 5 अक्टूबर (रविवार) को आंशिक रूप से बादल वाला आकाश रहेगा, लेकिन दोपहर‑शाम को 38 °C तक तापमान बढ़ने की संभावना है। यूवी इंडेक्स 8 तक पहुँच सकता है, इसलिए सनस्क्रीन एवं धूप के चश्मे का प्रयोग अनिवार्य है। कई मेट रोलरों ने पहले ही कहा है कि अगर पश्चिमी व्यवधान अपनी गतिशीलता बनाए रखता है, तो अंतर्देशीय मौसम की अनिश्चितता बढ़ेगी। "हमें इस बात का अंदाज़ा है कि अगले हफ्ते तक लगातार हाइलाइटेड मॉडलों में मॉनसून‑स्टाइल की बूँदों की संभावना नहीं होगी। लेकिन फिर भी, दैनिक अपडेट्स देखना न भूलें," एक वरिष्ठ जलवायु वैज्ञानिक ने बताया।

Frequently Asked Questions

बारिश से कौन‑से क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए?

पिटामपुरा ने 20 मिमी सबसे अधिक बारिश दर्ज की, इसके बाद जनकपुरी (19 मिमी) और रिज़ एरिया (15.4 मिमी) प्रमुख रूप से प्रभावित हुए। सफ़दरजंग स्टेशनी 14 मिमी की रिपोर्ट दे रहा है, जबकि लोधी रोड में मौसम हल्की बूंदाबांदी तक सीमित रहा।

पीला अलर्ट कब और क्यों जारी किया गया?

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 6 अक्टूबर, 2025 को पीला अलर्ट जारी किया क्योंकि उसी दिन पश्चिमी व्यवधान से फिर से हल्की‑से‑मध्यम बारिश, तेज़ हवाएँ और संभावित बिजली‑तड़ित की संभावना बनी हुई थी। यह अलर्ट नागरिकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए चेतावनी देता है।

बारिश के दौरान स्वास्थ्य संबंधी क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?

धुंध के कारण वायु प्रदूषण बढ़ सकता है, इसलिए घर के अंदर वेंटिलेशन सीमित रखें और एसी या एअर्डेफ़्यूज़र का प्रयोग करें। बिजली गिरने की संभावना के कारण खुले स्थान पर रहने से बचें, और बुज़ुर्ग व बच्चों को गर्म कपड़े एवं यदि आवश्यक हो तो साफ़ पानी की बोतलें रखें।

आगामी कुछ दिनों में मौसम कैसा रहेगा?

5 अक्टूबर को आंशिक रूप से बादल वाला दिन रहेगा, लेकिन दोपहर में तापमान 38 °C तक पहुँच सकता है और यूवी इंडेक्स 8 तक बढ़ेगा, जिससे सनस्क्रीन व धूप के चश्मे का उपयोग अनिवार्य हो जाएगा। शाम‑रात को हल्की‑से‑मध्यम बारिश की संभावना है।

पश्चिमी व्यवधान क्या है और यह कब तक रहेगा?

पश्चिमी व्यवधान एक मौसमी प्रणाली है जो भूमध्यसागर से उत्पन्न होकर हिमालय की ओर बढ़ती है, जिससे उत्तर भारत में बारिश और तेज़ हवाएँ आती हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह व्यवधान इस हफ़्ते के अंत तक धीरे‑धीरे त्याग हो जाएगा, लेकिन इसके असर से पूर्ण राहत मिलने में कुछ और दिन लग सकते हैं।

2 टिप्पणि

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    अभिषेख भदौरिया

    अक्तूबर 3, 2025 AT 06:43

    बारिश की बूंदों की तरह हमारे रोज़ के तनाव भी धीरे‑धीरे धुल रहे हैं। हल्की‑से‑मध्यम बारिश में भीड़भाड़ वाले सड़कें थोड़ी शांत लगती हैं, है न? इस मौसम में घर के अंदर चाय की प्याली लेकर मौसम का अपडेट देखना बेहतरीन होता है। विंड का झोंका जब तेज़ हो तो याद रखें, बाहर निकलते समय हल्का कूड़ासोटी कपड़ा साथ रखें। चलिए, इस बारिश को अवसर मानकर हम सब अपने आप को थोड़ा और रिलैक्स करें।

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    Nathan Ryu

    अक्तूबर 3, 2025 AT 20:36

    ये सब मौसम विभाग की चेतावनी हमें कभी‑कभी आरामदेह लफ़्ज़ों में लपेट देती है, पर असली बात तो यह है कि लोगों को सावधान रहना चाहिए। हल्की‑से‑बूँदों के साथ बिजली कड़ाके की होती है, यही कारण है कि मैं कहता हूँ-बाहर के जोखिम को कम करें। बचाव के उपाय हमेशा प्राथमिकता में रहने चाहिए।

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