एमएस धोनी की नई फैन एप का अनावरण
महेंद्र सिंह धोनी अपनी नई फैन एप 'DHONI' के अनावरण के लिए एक विशेष इवेंट में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में फैंस की मौजूदगी थी, जो अपने प्रिय क्रिकेटर के साथ कुछ लम्हे साझा करने के लिए उत्सुक थे। एप को एनीगमैटिक स्माइल के साथ मिलकर विकसित किया गया है और यह फैंस के लिए विशेष सामग्री, इंटरव्यू और रिवॉर्ड प्रोग्राम्स उपलब्ध कराता है।
संजू सैमसन के साथ मजेदार पलों का आदान-प्रदान
इवेंट के दौरान, फैंस ने धोनी और उनके साथी खिलाड़ी संजू सैमसन से ऑटोग्राफ देने की गुजारिश की। यहां पर मजेदार मोड़ तब आया जब सैमसन ने सम्मानपूर्वक धोनी के समक्ष ऑटोग्राफ देने से पहले मना कर दिया। लेकिन धोनी ने अपने मित्रवत और मजाकिया अंदाज में उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। धोनी ने उन्हें हंसते हुए कहा कि वे भी ऑटोग्राफ दें, जिससे माहौल बहुत खुशीदायक हो गया।
यह मस्ती भरा पल यह दिखाता है कि कैसे माही की उपस्थिति न केवल उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाती है बल्कि यंगस्टर्स के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बनती है। खेल में उनकी साधारणता और विनम्रता खिलाड़ियों के बीच सम्मान और तालमेल को बढ़ावा देती है।
धोनी का यह अंदाज फैंस के साथ एक गहरा संबंध स्थापित करता है और यह दर्शाता है कि वे न केवल मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी कितने सहज और प्रिय हैं। सैमसन के चेहरे पर खुशी और राहत का भाव देखकर यह स्पष्ट था कि उन्हें भी इस परिहास में आनंद आया।
SANJAY SARKAR
फ़रवरी 23, 2025 AT 08:29ये धोनी का अंदाज ही कुछ अलग है भाई, जब तक वो हंसते हैं तब तक खेल भी जीतना आसान लगता है। सैमसन का चेहरा देखकर लगा जैसे किसी ने उसे बच्चों जैसा बना दिया हो।
Ankit gurawaria
फ़रवरी 25, 2025 AT 02:21देखो ये बात है ना, धोनी की वो अनोखी चुप्पी जो बोलती है, वो निश्चिंतता जो डर को खाने लगती है, वो हंसी जो तनाव को बादलों में बदल देती है। ये सिर्फ एक ऑटोग्राफ का मजाक नहीं, ये तो एक जीवन दर्शन है। जब तुम बड़े बन जाते हो तो लोग तुम्हें नहीं देखते, तुम्हारी छोटी-छोटी बातों को देखते हैं। धोनी ने ये साबित कर दिया कि असली लीडरशिप में गर्व नहीं, विनम्रता होती है। वो सैमसन को ऑटोग्राफ देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन असल में वो उसे ये सिखा रहे हैं कि तुम भी इस खेल के देवता हो, बस तुम्हारी आत्मा में वो जोश छिपा है जिसे तुम अभी तक नहीं पहचान पाए। ये बात तो सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं, ये जिंदगी की बात है। जब तुम दूसरों को बड़ा बनाते हो, तो तुम खुद भी बड़े बन जाते हो। धोनी ने एक छोटे से मजाक से एक पीढ़ी को ये संदेश दे दिया।
AnKur SinGh
फ़रवरी 25, 2025 AT 05:27यह घटना भारतीय संस्कृति के अंतर्निहित मूल्यों का उत्कृष्ट उदाहरण है। गुरु-शिष्य का संबंध, विनम्रता का सम्मान, और एक अनुभवी व्यक्ति द्वारा युवा पीढ़ी को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास। धोनी जैसे नेता जो अपनी उपलब्धियों के बावजूद अपने साथियों को ऊपर उठाते हैं, वे ही वास्तविक नायक होते हैं। यह घटना न केवल खेल के क्षेत्र में बल्कि शिक्षा, व्यवसाय और परिवार के संदर्भ में भी एक आदर्श बन सकती है। जब एक ऐसा खिलाड़ी जिसने दुनिया को अपनी बात सुनाई, वह अपने साथी को ऑटोग्राफ देने के लिए प्रेरित करता है, तो यह दर्शाता है कि वह अपनी शक्ति का उपयोग केवल अपने लिए नहीं, बल्कि समुदाय के लिए करता है। यह भारत की आत्मा है - सामूहिकता, सम्मान और सादगी।
Sanjay Gupta
फ़रवरी 25, 2025 AT 17:23अरे यार, धोनी के लिए ऑटोग्राफ देना तो बहुत बड़ी बात है ना? ये सैमसन भी इतना डर गया कि ऑटोग्राफ देने से डर गया? अगर ये बात अमेरिका में होती तो लोग कहते कि ये खिलाड़ी अपनी शहरत को नहीं समझता। भारत में तो हर चीज को नाटक बना देते हैं। अच्छा हुआ धोनी ने मजाक किया, वरना ये सैमसन अपनी करियर की शुरुआत में ही बोर्ड के सामने आ जाता।
Kunal Mishra
फ़रवरी 26, 2025 AT 21:22क्या ये एक नाटक है? एक विश्व चैम्पियन द्वारा एक युवा खिलाड़ी को ऑटोग्राफ देने के लिए प्रेरित करना? यह एक बहुत ही अत्यधिक नियंत्रित प्रचार अभियान है। धोनी के ब्रांड मैनेजमेंट टीम ने इसे इस तरह से डिज़ाइन किया है ताकि फैंस को लगे कि वह ‘ह्यूमन’ है। सैमसन के चेहरे पर राहत का भाव? यह तो एक एक्टिंग डिग्री है। ये सब एक विज्ञापन अभियान है जिसका उद्देश्य ‘DHONI’ ऐप को बेचना है। इस तरह के ‘इमोशनल मैनिपुलेशन’ के बाद लोग बार-बार ऐप डाउनलोड करेंगे। यह खेल नहीं, यह बाजार अर्थशास्त्र है।
Anish Kashyap
फ़रवरी 27, 2025 AT 09:49धोनी ने जो किया वो सच में बहुत बढ़िया था भाई ये लोग तो सोचते हैं कि बड़े बन गए तो ऊपर जा जाते हैं लेकिन माही तो जहां भी हैं वहीं जमीन पर हैं और सैमसन को भी नीचे रख दिया ना जो बहुत अच्छा बात है ये देखो ये दोनों एक टीम हैं बस अच्छा लगा बस