एशिया कप 2025: पाकिस्तान की धमाकेदार शुरुआत, लेकिन पॉइंट्स टेबल में भारत से पीछे

एशिया कप 2025: पाकिस्तान की धमाकेदार शुरुआत, लेकिन पॉइंट्स टेबल में भारत से पीछे सित॰, 19 2025

पाकिस्तान की बड़ी जीत, फिर भी भारत से पीछे—कहानी सिर्फ रन की नहीं, नेट रन रेट की भी

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान ने ओमान पर 93 रन की करारी जीत दर्ज की, फिर भी ग्रुप A की पॉइंट्स टेबल में टॉप पर भारत ही बना हुआ है। वजह साफ है—भारत ने शुरुआत से ही मैचों को एकतरफा बनाया, लक्ष्य छोटे रखे और चेज इतनी तेजी से किया कि उनका नेट रन रेट हाथ नहीं आया।

अब जरा पाकिस्तान-ओमान वाले मैच पर आते हैं। पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 160/7 बनाए—ये स्कोर उसी वक्त अहम लग रहा था जब शुरुआती पावरप्ले में फारहान और हैरिस ने संयम दिखाया और विकेट बचाए रखे। बीच के ओवरों में रफ्तार बढ़ी। हैरिस ने पचासा लगाया और मोहम्मद नवाज़ ने आखिर में तेज शॉट्स से स्कोर को धकेला। जब बाकी बैटर लय पकड़ने में जूझ रहे थे, नवाज़ ने बाउंड्रीज़ निकालकर फर्क पैदा किया।

ओमान के सामने 161 का टारगेट था, पर कहानी शुरू होते ही खत्म जैसी हो गई। शाहीन अफरीदी ने नई गेंद से जो दबदबा बनाया, ओमान उससे उबर ही नहीं पाया। 137 किमी/घंटा की रफ्तार पर आई बॉल्स अंदर भी आईं, बाहर भी गईं—पर नतीजा एक ही रहा: विकेट। शाहीन ने टॉप ऑर्डर उखाड़ दिया और फहीम ने दो अहम झटके देकर काम आसान कर दिया। ओमान का स्कोर 50/8, फिर 51/9 और आखिर में 67 ऑल आउट—यानी पाकिस्तान की पूरी पकड़।

यह जीत पाकिस्तान के लिए जरूरी थी—आत्मविश्वास, बॉलिंग की धार, और इस बात का भरोसा कि निचला मिडिल ऑर्डर मैच आगे बढ़ा सकता है। लेकिन क्या ये जीत भारत से आगे ले गई? नहीं। वजह? भारत ने अब तक जो किया, वह इससे भी ज्यादा प्रभावशाली रहा।

भारत क्यों नंबर-1: स्पिन का जादू, तेज चेज और नेट रन रेट का खेल

भारत क्यों नंबर-1: स्पिन का जादू, तेज चेज और नेट रन रेट का खेल

भारत ने पहले यूएई को सिर्फ 57 पर रोक दिया और 4.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। फिर पाकिस्तान के खिलाफ 128 का टारगेट 16 ओवर से पहले चेज कर दिया। ऐसी जीतें सिर्फ दो प्वाइंट नहीं देतीं, नेट रन रेट को आसमान पर पहुंचा देती हैं।

ग़ल्फ की पिचें स्पिनरों को अक्सर साथ देती हैं, और भारत ने यही खेल पढ़ लिया। कुलदीप यादव ने यूएई के खिलाफ 4/7 निकाले और पाकिस्तान के खिलाफ 3/18—दो मैचों में 6.1 ओवर में 7 विकेट, इकॉनमी 4 से नीचे। उनके साथ अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती ने दबाव बनाए रखा—लाइन-लेंथ सटीक, टेम्पो लगातार ऊंचा। जब बैटिंग की बारी आई, भारत ने रफ्तार कम नहीं होने दी। यही वजह है कि ग्रुप में भारत की पकड़ सबसे मजबूत दिख रही है।

अब एक बात जो अक्सर फैंस पूछते हैं—इतनी बड़ी जीत के बावजूद पाकिस्तान नंबर-2 क्यों? आसान भाषा में समझें। नेट रन रेट में फर्क तब बनता है जब आप विरोधी को बहुत कम स्कोर पर रोकते हैं और फिर लक्ष्य को बहुत तेजी से चेज करते हैं। भारत ने यूएई के 57 को 4.3 ओवर में हासिल कर लिया—यही वो लम्हा है जो NRR में भारी बढ़त देता है। पाकिस्तान ने ओमान को 67 पर जरूर रोका, पर उनका अपना स्कोर 160 था और चेज का सवाल ही नहीं था। चेज जितनी तेज, NRR उतना मजबूत—यहां भारत ने बाजी मारी।

फिर भी पाकिस्तान के लिए पॉजिटिव बहुत हैं। शाहीन अफरीदी की लय सही दिखी, नई गेंद पर विकेट निकले। फहीम ने सपोर्ट दिया। बैटिंग में हैरिस ने एंकर की भूमिका निभाई, और नवाज़ ने डेथ ओवर्स में बाउंड्री मिलने का रास्ता खोल दिया—यही टेम्पलेट नॉकआउट चरणों में काम आता है।

ओमान की बात करें तो समस्या शॉट सेलेक्शन और टॉप ऑर्डर की स्थिरता में दिखी। तेज गेंद से भटकाव, फुल लेंथ पर गलत स्विंग, और बीच के ओवरों में स्ट्राइक रोटेशन की कमी—यह सब मिलकर 67 का ऑल आउट बन गया। उनके लिए सीख साफ है: शुरुआत संभालो, स्पिन के खिलाफ फुटवर्क भरोसेमंद रखो, और तेज गेंद पर बैट-पैड के बीच की दूरी कम करो।

अब आगे क्या? भारत और पाकिस्तान—दोनों टीमों ने ग्रुप A से सुपर फोर में जगह पक्की कर ली है। भारत का आखिरी ग्रुप मैच 19 सितंबर, 2025 को अबू धाबी में रात 8:00 बजे IST से ओमान के खिलाफ है। भारत के पास बेदाग रिकॉर्ड के साथ ग्रुप खत्म करने का मौका है। ओमान के लिए यह मैच गर्व के साथ मैदान में उतरने और पहली जीत खोजने का अवसर होगा।

सुपर फोर में हर मैच प्रेशर गेम होता है। यहां टॉस, पावरप्ले की रफ्तार और बीच के ओवरों में स्पिन का असर—ये तीन चीजें जीत-हार लिखती हैं। भारत ने स्पिन और तेज चेज से कमाल दिखाया है। पाकिस्तान ने पावरप्ले बॉलिंग से इरादा जता दिया है। अब सवाल है—कौन अपनी ताकत को लगातार दोहराता है?

पाकिस्तान के नजरिये से, अगले चरण में टॉप ऑर्डर को शुरुआत से टेम्पो सेट करना होगा। 6-10 ओवर के बीच बाउंड्री ढूंढना, स्ट्राइक रोटेट करना और विकेट हाथ में रखना—यहीं से डेथ ओवर्स में नवाज़ जैसे फिनिशर पूरी तरह असर डालते हैं। फील्डिंग में भी धार दिखानी होगी—क्योंकि महंगे ओवर NRR और मोमेंटम दोनों बिगाड़ते हैं।

भारत के लिए ध्यान टिकेगा स्पिन-थ्रॉटल पर। कुलदीप, अक्षर और वरुण की ट्रायो अगर इसी तरह लंबा स्पेल कंट्रोल करके चलती रही तो विपक्षियों के पास जोखिम लेने के अलावा चारा नहीं बचेगा। बैटिंग में शुरुआती छह ओवर की बॉडी ब्लो वाली एप्रोच—यानी तेज शुरुआत और लंबी पार्टनरशिप—भारत का बड़ा हथियार है।

ग़ल्फ की शामों में ओस भी कहानी बदलती है। अगर गेंद गीली हुई तो स्पिनरों की पकड़ ढीली पड़ती है और तब पेसर की हार्ड लेंथ और बैक-ऑफ-लेंथ डिलीवरी काम आती है। ऐसे में कप्तानों के फैसले—टॉस, फील्ड प्लेसमेंट, और बॉलर रोटेशन—सीधे परिणाम पर असर डालेंगे।

  • पाकिस्तान 160/7, ओमान 67 ऑल आउट—93 रन की जीत
  • शाहीन अफरीदी की तेज शुरुआत, फहीम ने दो विकेट लेकर साथ दिया
  • भारत ने यूएई को 57 पर रोका, 4.3 ओवर में चेज
  • भारत ने पाकिस्तान के 128 का लक्ष्य 16 ओवर से पहले हासिल किया
  • कुलदीप यादव: 2 मैचों में 6.1 ओवर, 7 विकेट, इकॉनमी 4 से कम
  • भारत बनाम ओमान: 19 सितंबर, 2025, 20:00 IST, अबू धाबी

तस्वीर साफ है—ग्रुप में ताकत दिखाने का काम भारत और पाकिस्तान ने कर दिया है। अब असली परीक्षा सुपर फोर में होगी, जहां हर टीम हर दूसरी टीम से भिड़ेगी और छोटी-सी गलती भी महंगी पड़ सकती है। जो टीम अपनी स्ट्रेंथ पर भरोसा रखेगी और हालात पढ़कर फैसले लेगी, वही फाइनल की दहलीज के करीब पहुंचेगी।