हरियाणा के जिंद जिले का जुलाना निर्वाचन क्षेत्र इस बार के 2024 विधानसभा चुनाव में विशेष ध्यान का केंद्र बना हुआ है। यहां खेल जगत की मशहूर हस्ती, ओलिंपियन पहलवान विनेश फोगाट को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है, जो न केवल अपने खेल उपलब्धियों के लिए जानी जाती हैं बल्कि पहलवानों के अधिकारों के लिए भी आवाज उठा चुकी हैं। उनका इस क्षेत्र से गहरा नाता भी है, क्योंकि यह उनके ससुराल का गांव है। ऐसे में उनका चुनावी मैदान में उतरना एक प्रमुख घटना के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं, उनके विपक्ष में भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान उपाध्यक्ष और भगवा दल के युवा नेता कैप्टन योगेश बैरागी खड़े हैं। एक पूर्व व्यावसायिक पायलट रह चुके बैरागी की राजनीति में भी एक मजबूत पकड़ है। इस मुकाबले में और भी उत्साह जोड़ रहा है आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से पूर्व WWE स्टार कविता दलाल का नामांकन।
यह चुनाव हरियाणा के लिए एक ऐसे समय पर हो रहा है जब राज्य ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलावों का सामना किया है। पिछले चुनाव चक्र में बीजेपी ने विकास और शासन का जोर देकर बड़ी सफलता हासिल की थी। जिंद जिला ऐतिहासिक दृष्टि से राजनीतिक संघर्ष का केंद्र रहा है, जहां विभिन्न दल एक दूसरे पर बढ़त हासिल करने की कोशिश करते आए हैं।
इतिहास पर नजर डालें तो इस क्षेत्र में मतदाताओं की वफादारी समय-समय पर बदलती रही है। 2019 में जननायक जनता पार्टी के अमरजीत धांडा ने सीट जीती थी। वहीं 2009 और 2014 के चुनाव में इनेलो के प्रदीप सिंह को सफलता मिली थी जबकि 2005 में यह सीट कांग्रेस के शेर सिंह ने जीती थी। यह फ्लक्टुएटिंग पैटर्न साफ दर्शाता है कि इस क्षेत्र को साधना किसी भी पार्टी के लिए एक चुनौती बन सकता है।
वर्तमान चुनावी परिदृश्य में, हरियाणा ऐसे मुद्दों के साथ जूझ रहा है जो राज्य की जनता के जीवन पर सीधा असर डालते हैं। इनमें आर्थिक विकास, बेरोजगारी, और कृषि संकट मुख्य हैं। साथ ही, विनेश फोगाट का राजनीति में पदार्पण खेल समुदाय के सामाजिक मुद्दों की वकालत के लिए एक नई दिशा दे रहा है, जो युवा मतदाताओं और परिवर्तन की मांग करने वालों के बीच एक उम्मीद की किरण साबित हो सकता है।
वर्ष | जीतने वाली पार्टी | विधायक |
---|---|---|
2005 | कांग्रेस | शेर सिंह |
2009 | इनेलो | परमिंदर सिंह धुल |
2014 | इनेलो | परमिंदर सिंह धुल |
2019 | जजपा | अमरजीत धांडा |
2024 का चुनावी चक्र हरियाणा में इसलिए भी खास महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कुछ परंपरागत धारणाओं को चुनौती देने की क्षमता रखता है। इस बार पुराने और स्थापित राजनेताओं के साथ-साथ विनेश फोगाट जैसे नए चेहरे भी मैदान में हैं। यह क्षेत्र केवल जिले का ही नहीं, बल्कि प्रदेश का ध्यान आकर्षित करेगा।