मनोलो मार्केज़ बने भारतीय पुरुष राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच

मनोलो मार्केज़ बने भारतीय पुरुष राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच जुल॰, 21 2024

भारतीय फुटबॉल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, स्पेनिश कोच मनोलो मार्केज़ को भारतीय पुरुष राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। 55 वर्षीय मार्केज़ ने अपने पेशेवर जीवन में भारतीय फुटबॉल के साथ एक मजबूत संबंध विकसित किया है और इस निर्णय से भारतीय फुटबॉल प्रेमियों में एक नई उम्मीद जगी है।

मनोलो मार्केज़ अपने करियर के दौरान कई पेशेवर लीगों और टीमों के साथ जुड़े रहे हैं। वे हैदराबाद एफसी और एफसी गोवा जैसी प्रमुख भारतीय टीमों को कोच कर चुके हैं। उनकी कोचिंग का अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाता है। वे 2024-25 सीज़न के दौरान एफसी गोवा के कोच बने रहेंगे और इस अवधि के बाद वे पूर्णकालिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच का पदभार संभालेंगे।

यह नियुक्ति अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यकारिणी समिति की बैठक में की गई, जिसमें एआईएफएफ के अध्यक्ष श्री कल्याण चौबे और अन्य सदस्य शामिल थे। इस बैठक के दौरान, मनोलो मार्केज़ द्वारा व्यक्त की गई कृतज्ञता को भी सम्मानित किया गया, जहां उन्होंने एआईएफएफ और एफसी गोवा का धन्यवाद किया और भारत को अपना दूसरा घर बताया।

मार्केज़ की भारतीय फुटबॉल में उनकी विशेष भूमिका को देखते हुए, एआईएफएफ और एफसी गोवा के बीच एक समर्पित प्रयास किया जाएगा ताकि उनकी दोहरी जिम्मेदारियों का उचित प्रबंधन किया जा सके। यह एआईएफएफ अध्यक्ष श्री कल्याण चौबे की सोच को भी दर्शाता है कि एक अनुभवी कोच के नेतृत्व में भारतीय टीम को नए ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। श्री चौबे ने एफसी गोवा को भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने मार्केज़ को दोनों जिम्मेदारियों को संभालने की अनुमति दी।

मनोलो मार्केज़ के इस नए पदभार से भारतीय फुटबॉल में संभावनाओं का एक नया दौर शुरू होने की उम्मीद है। उनके पिछले अनुभव और कोचिंग के तहत राष्ट्रीय टीम के युवा खिलाड़ियों को प्रभावी विकास का अवसर मिल सकता है। उन्होंने हैदराबाद एफसी के साथ इंडियन सुपर लीग कप में जीत दर्ज कर अपनी क्षमता का प्रमाण दिया है।

मनोलो मार्केज़ का महत्व

मार्केज़ ने भारतीय फुटबॉल के साथ अपने लंबे समय के जुड़ाव के दौरान एक गहरा संबंध विकसित किया है। उनका मानना है कि भारत में फुटबॉल की संभावनाएं अत्यधिक हैं और वे इसे और उन्नत करने के लिए अपने अनुभव का समर्पण करना चाहते हैं। उनका मुख्य ध्यान युवाओं के विकास पर रहेगा, जिससे भविष्य के सितारों को तैयार किया जा सके।

मार्केज़ ने कहा, 'मैं हमेशा से भारत के प्रति एक गहरी कनेक्शन महसूस करता हूं। यह मेरी दूसरी मातृभूमि बन गई है और मैं यहां की फुटबॉल में कुछ विशेष योगदान देना चाहता हूं। मेरे लिए यह गर्व का विषय है कि मैंने भारतीय फुटबॉल में कुछ अच्छा कर दिखाया है और अब मैं राष्ट्रीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तत्पर हूं।'

भविष्य की ओर नजर

भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए यह एक रोमांचक समय है, खासकर जब उनके पास अब एक ऐसा कोच है, जिसे भारतीय फुटबॉल की गहरी समझ है और जिसने पहले भी सफलता दिलाई है। एआईएफएफ और एफसी गोवा इस प्रयास को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे, ताकि मनोलो मार्केज़ अपनी दोनों भूमिकाओं को प्रभावी ढंग से निभा सकें।

मार्केज़ की नियुक्ति एक सकारात्मक संकेत है कि भारतीय फुटबॉल अब तेजी से आगे बढ़ने के लिए तैयार है। यह गेंद फुटबॉल प्रेमियों के पाले में है कि वे अपने कोच का पूरा समर्थन करें और मिलकर भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।