गैले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में शनिवार को एक ऐसा पल आया, जिसने बांग्लादेश क्रिकेट के इतिहास को फिर से लिख दिया। मुशफिकुर रहीम ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में 159 अपराजित रन बनाए, और इस इनिंग के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का एक अनोखा रिकॉर्ड तोड़ दिया — अब वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बिना एक गेंद फेंके सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। 15,509 रन के साथ, रहीम ने गिलक्रिस्ट के 15,461 रनों को पीछे छोड़ दिया। और ये सिर्फ शुरुआत थी।
रिकॉर्ड तोड़ने का दौर: एक बिना बॉलिंग किए रनों का जादू
मुशफिकुर रहीम ने अपने 24 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कभी भी गेंद नहीं फेंकी। न टेस्ट, न वनडे, न ही टी20आई — बस बल्ला, बस रन। इस अनोखे रिकॉर्ड के लिए उनके पीछे दूसरे स्थान पर हैं दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डी कॉक (12,654 रन) और इंग्लैंड के जोस बटलर (11,881 रन)। लेकिन रहीम के लिए ये रिकॉर्ड सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक अहम विरासत है। उन्होंने इस दिन श्रीलंका के वरिष्ठ ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज को भी पीछे छोड़ दिया, जो इसी मैच में अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे थे। मैथ्यूज के 15,499 रनों को रहीम ने 15,509 रनों से ओवरटूक दिया।
गैले का यादगार दिन: 264 रनों की जोड़ी और एक अंतिम अलविदा
रहीम का ये शानदार इनिंग सिर्फ अकेला नहीं था। उन्होंने नज्मुल होसैन शांतो के साथ 264 रनों की चौथे विकेट की भागीदारी बनाई — ये श्रीलंका में किसी भी अतिथि जोड़ी की सबसे बड़ी चौथे विकेट की साझेदारी है। इस जोड़ी ने बांग्लादेश को एक बड़ा लाभ दिया, जबकि श्रीलंका अपने नायक मैथ्यूज के लिए एक जीत की इच्छा लिए खेल रहा था। लेकिन बारिश ने मैच को ड्रॉ पर ले जाया, और रहीम 159 रन पर नाबाद थे।
एक विकेटकीपर की अद्वितीय विरासत
मुशफिकुर रहीम का नाम अब बस रनों के रिकॉर्ड तक सीमित नहीं। वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एकमात्र विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं जिन्होंने दो डबल सेंचुरी बनाई है — और वहीं तीन बार ऐसा किया है। 2013 में गैले में श्रीलंका के खिलाफ 200, 2018 में मिरपुर में जिम्बाब्वे के खिलाफ 219*, और 2020 में फिर से जिम्बाब्वे के खिलाफ 203। ये तीनों इनिंग्स उन्हें टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अद्वितीय बनाती हैं।
उनका टेस्ट औसत 38.02 है — बांग्लादेश के सभी 18 बल्लेबाजों में दूसरा सबसे ऊंचा, सिर्फ तमीम इकबाल के बाद। उन्होंने 10 टेस्ट सेंचुरी पहली इनिंग में बनाई हैं। उनके पास बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट टीम कप्तानी के 34 मैच और 55 टेस्ट में विकेटकीपिंग का रिकॉर्ड है। ये दोनों भूमिकाएं एक साथ निभाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है — 28 मैच, एमएस धोनी के बाद दूसरा सबसे ज्यादा।
एक बांग्लादेशी अद्वितीयता की कहानी
रहीम बांग्लादेश के इतिहास में एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 150 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने सिर्फ बल्लेबाजी नहीं, बल्कि टीम के लिए दिल और दिमाग दोनों दिए हैं। उनके पास सात टेस्ट मैच के बेस्ट प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार हैं — बांग्लादेश के सभी खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा। तीन उन्होंने दूर देश में जीते हैं।
2023 में उनका एक और अजीबोगरीब रिकॉर्ड बना — टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लेन हटन के बाद दूसरा खिलाड़ी जिसे ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड के लिए आउट किया गया। न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच में उन्होंने ग्लव्स से बॉल को हाथ से हटाया। एक अनजान गलती, जो अब उनके नाम के साथ जुड़ गई।
क्या आगे है?
अब रहीम के लिए बाकी बस एक ही बड़ा लक्ष्य है — टेस्ट क्रिकेट में 7,000 रन। वे 6,351 रन पर हैं। अगर वे अगले दो मैचों में दो सेंचुरी बना दें, तो वह बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। लेकिन उनके लिए ये रनों की संख्या से ज्यादा महत्वपूर्ण है — उनकी अटूट निष्ठा, उनकी शांत अहंकारहीनता, और उनकी अद्वितीय भूमिका जो बांग्लादेश क्रिकेट को एक नए आयाम देती है।
फ्रीक्वेंटली एस्क्वेस्टेड क्वेश्चन्स
मुशफिकुर रहीम ने बिना गेंद फेंके कैसे इतने ज्यादा रन बनाए?
मुशफिकुर रहीम ने अपने पूरे अंतरराष्ट्रीय करियर में कभी गेंद नहीं फेंकी। वे एक शुद्ध बल्लेबाज और विकेटकीपर रहे, जिन्हें टीम की रणनीति में सिर्फ बल्लेबाजी का रोल दिया गया। उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20आई में अपनी बल्लेबाजी के जरिए 15,509 रन बनाए, जो इस रिकॉर्ड के लिए अनोखा है। दुनिया में केवल तीन अन्य खिलाड़ी 12,000 रन तक पहुंचे हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी गेंद फेंकी है।
गैले में उनका ये इनिंग क्यों खास है?
गैले में रहीम ने 2013 में बांग्लादेश के लिए पहली टेस्ट डबल सेंचुरी बनाई थी। 2025 में वहीं उन्होंने गिलक्रिस्ट का रिकॉर्ड तोड़ा और श्रीलंका के खिलाफ एक रिकॉर्ड 264 रन की जोड़ी बनाई। इस मैच का अहम पहलू ये था कि यह एंजेलो मैथ्यूज का आखिरी टेस्ट था — दो बड़े खिलाड़ियों के बीच एक अनौपचारिक हस्तांतरण।
क्या रहीम बांग्लादेश के लिए सबसे बड़े टेस्ट बल्लेबाज बन गए?
अभी तक तमीम इकबाल 6,859 रनों के साथ बांग्लादेश के शीर्ष टेस्ट रन स्कोरर हैं। रहीम 6,351 रन पर हैं, इसलिए वे अभी नहीं हैं। लेकिन अगर वे अगले दो टेस्ट में 500 रन बना दें, तो वे तमीम को पीछे छोड़ देंगे। उनका औसत भी तमीम के बाद सबसे ऊंचा है, जो उनकी स्थिरता को दर्शाता है।
रहीम के तीन डबल सेंचुरी क्यों इतने खास हैं?
टेस्ट क्रिकेट में डबल सेंचुरी बनाना ही बहुत कठिन है, लेकिन विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में तीन बार ऐसा करना अद्वितीय है। रहीम ने अपनी तीनों डबल सेंचुरी नंबर 5 या उससे नीचे की पोजीशन से बनाईं — जिसका मतलब है कि उन्हें टीम को बचाने के लिए बल्लेबाजी करनी पड़ी। ऐसा करने वाले दुनिया भर में केवल तीन खिलाड़ी हैं।
क्या रहीम अब रिटायरमेंट की ओर बढ़ रहे हैं?
अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन उनकी उम्र 37 साल है और वे अब टेस्ट में अक्सर नंबर 5 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, जो शारीरिक रूप से बहुत भारी होता है। उन्होंने अपने करियर के अंत में अपने टीम के लिए बहुत कुछ कर दिया है। अगर वे अगले 6 महीने में 7,000 रन पूरे कर दें, तो शायद वे एक यादगार अंत के साथ रिटायर हो जाएं।
गिलक्रिस्ट और रहीम के बीच क्या अंतर है?
गिलक्रिस्ट एक आक्रामक बल्लेबाज थे जिन्होंने एक फॉर्मेट को बदल दिया — वनडे में उनकी बल्लेबाजी ने नए मानक तय किए। रहीम एक शांत, टिकाऊ बल्लेबाज हैं जो टेस्ट क्रिकेट की नींव हैं। गिलक्रिस्ट का औसत 47.62 था, लेकिन उन्होंने गेंद भी फेंकी। रहीम का औसत 38.02 है, लेकिन उन्होंने कभी गेंद नहीं फेंकी — इसलिए उनका रिकॉर्ड अलग श्रेणी में है।
Vikash Kumar
नवंबर 21, 2025 AT 00:36ये रहीम तो बस बल्ला घुमा रहा है, गेंद तो फेंकता ही नहीं। इतने रन कैसे? जादू है क्या?
Siddharth Gupta
नवंबर 21, 2025 AT 02:35भाई ये आदमी तो टेस्ट क्रिकेट का एक जीवंत इतिहास है। बिना गेंद फेंके 15,509 रन? ये कोई आम खिलाड़ी नहीं, ये तो एक भगवान की तरह बल्ला चला रहा है। जब तक वो खेलेगा, बांग्लादेश क्रिकेट का दिल धड़कता रहेगा।