पुर्तगाल के डिफेंडर फूटबॉलर पेपे ने 41 साल की उम्र में फुटबॉल से संन्यास लिया
अग॰, 9 2024पेपे का फ़ुटबॉल से संन्यास: एक युग का अंत
पुर्तगाल के दिग्गज डिफेंडर पेपे ने आखिरकार अपने शानदार और लंबी अवधि के करियर को अलविदा कह दिया है। 41 साल की उम्र में उन्होंने घोषणा की है कि वह फुटबॉल के मैदान पर अब अपनी कला का प्रदर्शन नहीं करेंगे। पिछले महीने खेले गए यूरोपीय चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में फ्रांस के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में उनकी टीम पुर्तगाल को हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद पेपे बेहद भावुक हो गए थे और यही उनका पेशेवर फुटबॉल करियर का आखिरी मैच साबित हुआ।
सोशल मीडिया पर की घोषणा
पेपे ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया के जरिए की, जहां उन्होंने अपने प्रशंसकों और फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक भावुक संदेश लिखा। उन्होंने कहा कि फुटबॉल उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और उन्होंने इस खेल से बहुत कुछ सीखा और पाया है। उनके इस घोषणा ने उनके चाहने वालों के दिलों में एक खालीपन छोड़ दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय करियर
पेपे ने पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम के लिए कुल 141 मैच खेले। इस संख्या में वे क्रिस्टियानो रोनाल्डो (211) और जोआओ मोटिन्हो (146) के बाद तीसरे स्थान पर हैं। उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर बेहद सफल और प्रेरणादायक रहा है, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण मैच और अभियानों में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई।
क्लब फुटबॉल में सफलता
क्लब फुटबॉल की बात करें तो पेपे का समय रियल मैड्रिड के साथ बेहद शानदार रहा। 2007 से 2017 तक रियल मैड्रिड के लिए खेलते हुए उन्होंने तीन चैंपियंस लीग खिताब और तीन ला लीगा चैंपियनशिप अपने नाम की। उनकी डिफेंसिव स्किल्स और मैदान में उनकी गणना और अनदाज ने उन्हें उत्कृष्ट डिफेंडरों में शुमार किया।
2019 में पेपे पोर्टो क्लब में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए लौटे। पोर्टो के साथ भी उन्होंने अपने खेल का जादू बिखेरते हुए टीम को कई महत्वपूर्ण क्षण दिए।
भावुक अलविदा
पेपे का संन्यास फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक भावुक पल है। फुटबॉल के मैदान पर उनकी उपस्थिति, उनकी रणनीति और खेल में उनकी चाहत हमेशा यादगार रहेगी। उनके योगदान को फुटबॉल की दुनिया में हमेशा याद किया जाएगा।
पेपे का ये संन्यास एक नए अध्याय की शुरुआत भी है। अब उनके आगे निजी जीवन और नए अवसरों का इंतजार है। उनका फुटबॉल के प्रति प्रेम और जुनून शायद किसी अन्य रूप में जारी रहेगा, और उम्मीद की जाती है कि वे आगे भी खेल से जुड़े रहेंगे, चाहे वह कोचिंग के माध्यम से हो या किसी अन्य भूमिका में।
इस महान डिफेंडर को उनका संन्यास मुबारक और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं!