राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर डॉक्टरों ने साझा किए अपने सबसे बड़े चुनौतियाँ, डर और जीतें
जुल॰, 1 2024राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर चिकित्सकों के संघर्ष और विजय की तस्वीर
राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस देश के तमाम चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जहां वे अपने जीवन के संघर्ष, डर और सफलताओं को साझा करते हैं। यह दिन न केवल उनकी निस्वार्थ सेवा की सराहना करता है, बल्कि हमें यह सोचने पर भी मजबूर कर देता है कि उनके जीवन में क्या कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ होती हैं। इस लेख के माध्यम से हम डॉ. इमरान पटेल, डॉ. राहुल चंदोक, और डॉ. तेजिंदर कटारिया के अनुभवों को विस्तार से समझेंगे जो हमारे लिए आंखें खोलने वाला हो सकता है।
बच्चों का दर्द: डॉ. इमरान पटेल का अनुभव
डॉ. इमरान पटेल, जो अहमदाबाद के एशियन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के निदेशक हैं, बताते हैं कि बच्चों का दर्द देखकर उनकी नींद उड़ जाती है। बच्चों को कष्ट में देखना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। उन्होंने बताया कि बच्चों के भावनात्मक और शारीरिक दुख को देखना और महसूस करना एक चिकित्सक के लिए अत्यधिक कष्टदायक होता है। जब बच्चा बीमार होता है, तो वह चिकित्सक भी रात में ठीक से सो नहीं पाता। उन्होंने कहा कि बच्चों की मुस्कान उनके कष्ट को थोड़ा कम कर देती है।
मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत: डॉ. राहुल चंदोक का पहलू
गुरुग्राम के आर्टेमिस हॉस्पिटल में मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार विज्ञान के मुख्य परामर्शदाता डॉ. राहुल चंदोक ने इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि मानसिक विकारों के इलाज में चिकित्सक का योगदान कितना महत्वपूर्ण है। एक मरीज का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि एक बार एक मरीज जिसके जीवन में अनेकों समस्याएं थीं, इलाज के बाद एक सफल शिक्षक बन गया।
कैंसर के खिलाफ लड़ाई: डॉ. तेजिंदर कटारिया का संघर्ष
मेदांता - द मेडिसिटी में रेडिएशन ओन्कोलॉजी और कैंसर सेंटर की चेयरपर्सन डॉ. तेजिंदर कटारिया ने बताया कि कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों से निपटना कितना मुश्किल होता है। उन्होंने बताया कि मरीजों के साथ भावनात्मक जुड़ाव और उस दौरान आने वाली मानसिक और शारीरिक चुनौतियां, दोनों ही चिकित्सक के लिए बहुत कठिनाई भरा हो सकता है।
पालतू जानवरों की पोषण महत्वपूर्ण
लेख में पालतू जानवरों के पोषण के महत्व को भी छुआ गया है। पालतू जानवर भी परिवार का हिस्सा बन जाते हैं और उनकी चिंता भी चिकित्सकों के दिलों में रहती है। पालतू जानवरों की सही पोषण स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए चिकित्सकों के योगदान को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: एक असाधारण जुड़ाव
डॉ. चंदोक ने मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत पर विशेष जोर देते हुए बताया कि शरीर और मन के बीच के जुड़ाव को समझना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मरीजों को उनकी मानसिक स्थिति के इलाज के लिए सही समय पर मदद मिले, यह बेहद जरूरी है।
डॉक्टरों के संघर्ष और विजय
ये सभी अनुभव बताने के साथ-साथ यह भी बताया कि डॉक्टरों का जीवन कठिनाईयों से भरा होता है, लेकिन उनके सामने आने वाली चुनौतियों से प्रेरित होकर वे अपने मरीजों के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं। इस राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर, हमारे सभी चिकित्सकों को सलाम जो बिना किसी स्वार्थ के हमारे जीवन की दूसरी पंक्ति बनकर खड़े रहते हैं।