Pant का दर्दभरा साहस और अचानक बाहर होना
बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) ने 27 जुलाई 2025 को जारी मीडिया एडवाइज़री में पुष्टि की कि Rishabh Pant का फुट फ्रैक्चर होने के कारण वह इंडिया बनाम इंग्लैंड की पाँचवी टेस्ट में भाग नहीं ले पाएंगे। यह चोट वन्यतः चौथे टेस्ट के पहले दिन ऑल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में हुई, जब क्रिस वोकेस के खिलाफ रिवर्स स्विप के दौरान बॉल सीधे उनके दाएँ पैर पर लगी।
दुखदाय रोढ़ी के बावजूद Pant ने दूसरे दिन उतनी ही जिद दिखाई कि वह हीलिंग के दर्द को झेलते हुए आधा शतक तक पहुंच गए। उनके इस कदम को देखने वाले दर्शकों ने भी स्तब्धता और प्रशंसा के मिश्रित भाव व्यक्त किए। अंततः लेग असिस्टेंट की मदद से ध्रुव जुरेल को विकेटकीपर के रूप में बदला गया।
कोच, टीम और जनता की प्रतिक्रियाएँ
हेड कोच गौतम गैंबीर ने Pant के इस संघर्षपूर्ण प्रदर्शन पर गहरा सम्मान जताया। उन्होंने कहा, "Pant ने टीम को एक ऐसी भावना दी है जो कई पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी। वह टूटी हुई हड्डी के साथ भी टीम के लिए फँसे नहीं, बल्कि उन्होंने अपने खेल से सबको प्रेरित किया।" इस बयान ने सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर समर्थन को बढ़ावा दिया।
इंस्टाग्राम पर Pant ने खुद अपनी प्लास्टर लगी टाँग की फोटो साझा की और फैंस के निरन्तर स्नेह के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अब वे पुनर्वास पर ध्यान देंगे, धैर्य रखेंगे और डॉक्टरों के निर्देशों का पालन करेंगे।
BCCI की मेडिकल टीम ने भी Pant के उपचार को निकट निगरानी में रखा है और उन्हें शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएँ दी हैं।
पांचवी टेस्ट के लिए चयन समिति ने नारायण जगदीशन को Pant की जगह नामांकित किया। जगदीशन ने हाल ही में घरेलू सत्र में लगातार अंकों की धारा बनी हुई थी, इसलिए उनके इस चयन को विशेषज्ञों ने सकारात्मक रूप से ग्रहण किया।
- पाँचवी टेस्ट 31 जुलाई, 2025 को लंदन के केनिंगटन ओवल में शुरू होगी।
- शुबमन गिल कप्तान, साथ ही यशस्वी जायसवाल, K.L. राहुल, साई सुधर्सन और अन्य प्रमुख खिलाड़ी शामिल हैं।
- ध्रुव जुरेल को नया विकेटकीपर के रूप में नामित किया गया है, जबकि जगदीशन को अतिरिक्त विकेटकीपर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
- भारतीय टीम की ब्लिटी‑साइड में जलधारा, रवीन्द्र जडेजा, अंबरभरी बहुरिया, मुसविल्ली बुमराह और मोहम्मद सिराज प्रमुख हैं।
टेस्ट श्रृंखला का परिणाम अभी तटस्थ है, लेकिन भारत के लिए यह अंतिम अवसर है कि वह सीरीज को एक सकारात्मक स्वर में समाप्त करे। Pant की अनुपस्थिति टीम की आक्रामक बल्लेबाज़ी और तेज वॉइस प्रोफ़ाइल को कम कर देती है, पर दूसरी ओर यह नई प्रतिभाओं को मंच पर लाने का अवसर भी देती है।
नारायण जगदीशन को इस जिम्मेदारी से निपटने में क्या कठिनाइयाँ आएँगी, इसका अभी अनुमान लगाना कठिन है। लेकिन उनका निरन्तर दिखा रहा फ़ॉर्म और स्थिरता हमें उम्मीद दिलाती है कि वह इस रोल को संभाल पाएँगे। इस बीच, Pant की पूरी टीम और प्रशंसक समुदाय की आशा है कि वह जल्द ही फिट होकर फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चमक सकें।
Priyanjit Ghosh
सितंबर 27, 2025 AT 12:14ये तो बस जानवर है ना रिशभ... हड्डी टूटी और आधा शतक खेल गया 😭🔥 इंग्लैंड वाले तो अब बॉल फेंकते वक्त डर जाएंगे कि कहीं अपनी टांग ना टूट जाए 😂
Anuj Tripathi
सितंबर 27, 2025 AT 21:36पंत के बिना टीम टूट जाएगी यार लेकिन जगदीशन को देखो बस एक बार घरेलू में चल रहा था अब टेस्ट में आ गया... भारत का भविष्य तो अभी तक बचा है 😎
Hiru Samanto
सितंबर 28, 2025 AT 12:14मैं तो बस इतना कहूंगा कि भारतीय क्रिकेट में ऐसे लोग ही दिल जीतते हैं... जो टूटे हुए भी खेलते हैं। रिशभ तुम एक असली योद्धा हो। 🙏
Divya Anish
सितंबर 29, 2025 AT 16:35इस घटना के माध्यम से हम एक अत्यंत महत्वपूर्ण बात सीखते हैं: खेल का असली मनोबल उसकी शारीरिक स्थिरता से अधिक, उसकी आत्मिक दृढ़ता में निहित होता है। रिशभ पंत ने एक ऐसा नमूना प्रस्तुत किया है जिसे भविष्य की पीढ़ियाँ याद रखेंगी।
md najmuddin
सितंबर 30, 2025 AT 01:19पंत की फोटो देखकर तो लगा जैसे कोई बहुत बड़ा लड़ाई जीत गया हो... बस जल्दी ठीक हो जाना भाई 🤗❤️
Ravi Gurung
अक्तूबर 2, 2025 AT 00:24जगदीशन को चुनना सही फैसला है... पंत की जगह भरना मुश्किल है लेकिन उसका फॉर्म देखकर लगता है वो भी अच्छा करेगा।
SANJAY SARKAR
अक्तूबर 2, 2025 AT 04:19क्या जगदीशन को बाकी टीम के साथ अच्छे से फिट हो पाएगा? पंत तो बस अपना अंदाज़ था ना।
Ankit gurawaria
अक्तूबर 3, 2025 AT 07:54देखो यार, रिशभ के बिना टीम का अंदाज़ बदल गया है, लेकिन ये बदलाव बुरा नहीं है, ये तो नया अवसर है। जगदीशन के अंदर एक ऐसा आत्मविश्वास है जो बिना बोले ही बोल रहा है, वो जो घरेलू मैचों में लगातार रन बना रहा था, वो अब अंतरराष्ट्रीय मैदान पर अपनी आवाज़ बनाने वाला है। ये नहीं कि पंत कम हैं, बल्कि ये है कि भारतीय क्रिकेट का अगला चरण शुरू हो रहा है, और इस चरण में जगदीशन एक नया नाम बन रहा है, जिसके साथ भारत का भविष्य अब नए आँकड़ों और नए अंदाज़ में लिखा जा रहा है, जहाँ टूटी हड्डियाँ भी अगले युग के लिए आधार बन जाती हैं।