IPO का मूल स्वरूप और सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया
सितंबर 19, 2025 से आबाद हुई Saatvik Green Energy IPO ने निवेशकों का ध्यान खींचा है। कंपनी ने प्रति शेयर ₹442 से ₹465 के बीच कीमत बैंड निर्धारित किया है, जिसमें 32 शेयरों का लॉट साइज है। इसका मतलब है कि ऊपरी बैंड पर न्यूनतम निवेश ₹14,880 होगा। कुल इश्यू आकार ₹900 करोड़ तय किया गया है, जो भारत में सोलर मॉड्यूल सेक्टर में एक बड़ी फंडिंग माने जा रही है।
सब्सक्रिप्शन अवधि 19 से 23 सितंबर तक रही, और उपलब्ध जानकारी के अनुसार आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब्ड हो चुका है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) हाल में थोड़ा गिर रहा है, पर इससे फॉर्मल सब्सक्राइबर्स की संख्या पर असर नहीं पड़ता। लिस्टिंग 26 सितंबर, 2025 को निर्धारित है, जिससे नए शेयरों का ट्रेडिंग शुरू होगा।
वित्तीय प्रदर्शन, प्रतिस्पर्धी तुलना और फंड्स का उपयोग
Saatvik Green Energy 2015 में स्थापित हुआ था और आज हरियाणा के अंबाला में स्थित प्रमुख सोलर पीवी मोड्यूल निर्माता है। कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता 3.2 GW है, और वह 4 GW का ऑडिशा प्लांट तथा 4.8 GW की नई सेल लाइन जोड़ने की योजना बना रही है।
आर्थिक आंकड़ों की बात करें तो नेट प्रॉफिट FY23 में ₹4.7 करोड़ से बढ़ कर FY25 में ₹213.9 करोड़ हो गया है। इसी के साथ EBITDA मार्जिन 3.9 % से बढ़ कर 16.4 % तक पहुँच गया है। यह सुधार कंपनी की लागत संरचना और उच्च‑कुशल मोड्यूल (Mono PERC, N‑Type TOPCon) के कारण संभव हो पाया है।
दूसरे सोलर खिलाड़ियों की तुलना में Saatvik का मूल्यांकन आकर्षक दिखता है। FY25 की आय के आधार पर ऊपरी बैंड पर इसका P/E 24.36x है, जबकि Waaree Energies (52x) और Vikram Solar (78x) के मुकाबले यह काफी कम है। यह निवेशकों को उचित मूल्य पर बेहतर रिटर्न की संभावना देता है।
फंड्स के उपयोग की योजना चार मुख्य खंडों में बाँटी गई है:
- ₹10.82 करोड़ मौजूदा लोन का क़िस्त‑भुगतान;
- ₹166.44 करोड़ पूरी‑स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Saatvik Solar Industries Private Limited में निवेश, जिससे उसकी ऋण बोझ घटेगी;
- ₹477.23 करोड़ नया 4 GW सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण प्लांट ऑडिशा में स्थापित करने के लिए;
- बाक़ी राशि सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए प्रयोग की जाएगी।
ऑडिशा प्लांट कंपनियों को भारत में सोलर मॉड्यूल की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगा। कंपनी ने कहा है कि नई उत्पादन लाइनों से लागत में गिरावट आएगी और बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक प्राइसिंग संभव होगी।
सारांश में, Saatvik Green Energy IPO न सिर्फ सोलर उद्योग में निवेश के लिये एक सुनहरा अवसर पेश करता है, बल्कि कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और विस्तार योजना इसे लंबी अवधि में स्थायी बनाती है। अब बाकी बात यह है कि निवेशक इस अवसर को कैसे देखते हैं और बाजार में इसके बाद शेयरों की कीमत कैसे तय होती है।
Hiru Samanto
सितंबर 24, 2025 AT 13:13भाई ये IPO तो सच में देखने लायक है, पर GMP थोड़ा गिर रहा है न? मैंने भी देखा, अभी तक ₹80-90 तक था, अब ₹60 के आसपास है। लेकिन फंड्स का यूज़ तो बहुत समझदारी से किया गया है, खासकर ऑडिशा प्लांट के लिए। अब बस देखना है कि लिस्टिंग के बाद बाजार क्या कहता है।
Divya Anish
सितंबर 25, 2025 AT 16:49मैं इस IPO को अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करने के लिए तैयार हूँ। कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन वाकई प्रभावशाली है - FY23 में ₹4.7 करोड़ का नेट प्रॉफिट और FY25 में ₹213.9 करोड़! यह बढ़ोतरी तो किसी फेसबुक स्टार्टअप की तरह है। और फंड्स का उपयोग बिल्कुल सही दिशा में है: ऋण घटाना, उत्पादन बढ़ाना, और लागत कम करना। इसका P/E 24x है, जबकि वारी और विक्रम तो 50+ के आसपास हैं। यह तो बहुत स्मार्ट निवेश है।
md najmuddin
सितंबर 26, 2025 AT 02:25अरे यार ये तो अच्छा लगा 😍 मैंने तो सिर्फ GMP देखकर ही अपना पैसा लगा दिया। अब तो लिस्टिंग का इंतज़ार है। अगर ₹500+ पर खुल गया तो मैं तो खुशी से नाचूंगा 🤘
Ravi Gurung
सितंबर 26, 2025 AT 22:41कुछ लोग तो इसे बहुत बड़ा मौका बता रहे हैं, पर मुझे लगता है इसमें भी रिस्क है। जब तक ये ऑडिशा प्लांट चल नहीं जाता, तब तक ये सब बस नंबर्स हैं। मैं अभी तक रुका हुआ हूँ।
SANJAY SARKAR
सितंबर 27, 2025 AT 03:14क्या ये कंपनी अभी तक किसी बड़े ऑर्डर के लिए लिस्टेड नहीं हुई? मैंने तो उनके बारे में कुछ नहीं सुना।
Ankit gurawaria
सितंबर 29, 2025 AT 00:46दोस्तों, इस IPO को बस एक शेयर खरीदने के लिए नहीं, बल्कि भारत के ग्रीन एनर्जी फ्यूचर का हिस्सा बनने के लिए देखना चाहिए। ये कंपनी न सिर्फ एक निर्माता है, बल्कि एक टेक्नोलॉजी लीडर है - Mono PERC, N-Type TOPCon, इन सबका यूज़ इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना रहा है। और जब आप देखें कि उन्होंने ₹477 करोड़ का नया प्लांट ऑडिशा में बनाने की योजना बनाई है, तो ये बस एक शेयर नहीं, एक राष्ट्रीय प्रोजेक्ट है। ये निवेश आपके बच्चों के भविष्य के लिए भी है। ये वो निवेश है जो आपके पैसे को नहीं, बल्कि आपके देश को बढ़ाता है। अगर आप सिर्फ GMP देखकर फैसला कर रहे हैं, तो आप एक ट्रेडर बन गए हैं, न कि एक निवेशक।
AnKur SinGh
सितंबर 30, 2025 AT 23:26मैंने इस IPO को निवेश के लिए चुना है - और मैं इसे बहुत गंभीरता से ले रहा हूँ। कंपनी की वित्तीय स्थिति बेहद स्वस्थ है, और उनकी उत्पादन क्षमता का विस्तार भारत के सोलर लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से संगत है। यह निवेश न केवल आर्थिक लाभ देगा, बल्कि राष्ट्रीय ऊर्जा स्वतंत्रता के लिए एक योगदान भी है। यदि आप भारत के ग्रीन एनर्जी अभियान में भाग लेना चाहते हैं, तो यह एक अद्भुत अवसर है। मैं इसके लिए तैयार हूँ।
Sanjay Gupta
अक्तूबर 2, 2025 AT 05:19अरे यार, ये सब नंबर्स किसके लिए? किसी ने तो बताया था न कि भारत में 90% सोलर कंपनियाँ निवेशकों को धोखा देती हैं? इसका P/E 24 है? तो वारी का 52 क्या है? अब तो ये तो लोगों को बेवकूफ बनाने का नया तरीका है। अगर ये ऑडिशा प्लांट बन गया तो बात बदलेगी, वरना ये सब बस एक बड़ा बुलशिट है।