आपके पास अभी तक मौसम की सही जानकारी नहीं है? यहाँ पर हम सबसे नया मौसमी डेटा लाए हैं, ताकि आप अपने दिन‑रात की योजना आसानी से बना सकें। चाहे आप उत्तर में मानसून का इंतजार कर रहे हों या दक्षिण में ठंड के कारण कपड़े बदलने पड़ते हों, सब कुछ एक ही जगह मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में 19 जून से भारी बारिश की चेतावनी जारी हो गई है। आगरा और उसके आस‑पास के जिलों में तेज़ बूँदें गिरने की संभावना है, इसलिए बाहर निकलते समय छाते या रेनकोट साथ रखें। उसी दिन दिल्ली में अचानक ठंड का झटका आया, कोहरा और धुंध ने सड़कों पर दृश्यता घटा दी। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो‑तीन दिनों तक वायु गुणवत्ता ‘पॉवर’ श्रेणी में रहेगी, इसलिए घर के अंदर ही रहें जब तक जरूरी न हो।
गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी मानसून का प्रभाव धीरे‑धीरे दिख रहा है। कई शहरों में 30 % से अधिक बारिश होने की संभावना है, जिससे जलभराव और सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है। अगर आप इन क्षेत्रों में यात्रा करने वाले हैं तो हाईवे पर धीमी गति रखें और वाहन को सुरक्षित पार्किंग में रखें।
पहला कदम है स्थानीय मौसम अलर्ट्स को फॉलो करना। कई राज्य अब एसएमएस या व्हाट्सएप ग्रुप से रियल‑टाइम अपडेट भेजते हैं, जिससे आप जल्दी चेतावनी पा सकते हैं। दूसरा, घर में जरूरी सामान जैसे टॉर्च, बैटरियां और प्राथमिक उपचार किट रखिए; अचानक बिजली कटौती या बाढ़ के समय ये मददगार होते हैं।
तीसरा, अपने कपड़े मौसम अनुसार चुनें। अगर ठंडे शहरों में रह रहे हैं तो गर्म जैकट और मफलर रखें, जबकि मानसून वाले क्षेत्रों में जलरोधक जैकेट और वाटरप्रूफ़ जूते ज़रूरी होते हैं। चौथा, खेती या बागवानी करने वाले लोग फसलों की सटीक सिंचाई योजना बनाएं, ताकि अधिक बारिश से नुकसान कम हो सके।
मेट्रो ग्रीन्स समाचार में हम नियमित रूप से मौसम संबंधी खबरें अपडेट करते हैं। आप यहाँ पर सिर्फ एक क्लिक में पूरे देश का मौसमी सार देख सकते हैं, जिसमें तापमान, आर्द्रता और वायुमंडलीय दबाव की जानकारी होती है। यह डेटा आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगा – चाहे वह यात्रा हो या घर के काम।
आगे चलकर हम विशेष लेख भी लाएंगे, जैसे ‘बिजली गिरने पर क्या करें’, ‘फ्लड‑प्रूफ़ हाउसिंग टिप्स’ और ‘सर्दी से बचाव के आसान उपाय’। इन लेखों को पढ़कर आप मौसम की चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास से कर पाएँगे।
तो अब देर किस बात की? आज ही हमारे टैग पेज “मौसम” पर जाएं, नवीनतम अलर्ट देखें और अपने दिन‑रात की तैयारी पूरी करें। याद रखें, सही जानकारी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जनवरी बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने दबाव वाले क्षेत्र के कारण एक भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' 26 मई की रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तट से टकराएगा। यह तूफान पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 26 और 27 मई को भारी से बहुत भारी बारिश ला सकता है।