हर रोज़ हम प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या हमने सोचा है कि ये हमारे ग्रह को कैसे प्रभावित कर रहा है? छोटे‑छोटे फैसलों से बड़ी फर्क पड़ती है। यहाँ पर कुछ आसान उपाय बताएँगे जिनसे आप अपने घर में और बाहर दोनों जगह प्लास्टिक कम कर सकते हैं.
प्लास्टिक न टूटने वाला कचरा बन जाता है, जो सड़कों से लेकर समुद्र तक हर जगह जमा हो जाता है। जब यह जल में घुलता नहीं तो मछलियों को मार देता है और खाने की श्रृंखला में प्रवेश कर हमारे स्वास्थ्य पर असर डालता है। साथ ही प्लास्टिक उत्पादन के लिए तेल का उपयोग होता है, जिससे वायुमंडलीय ग्रीनहाउस गैसें बढ़ती हैं.
एक छोटा‑सा उदाहरण ले लेते हैं: अगर आप हर दिन एक बार प्लास्टिक की बोतल इस्तेमाल करते हैं और फिर उसे फेंक देते हैं, तो साल में 365 बोतलें बनती हैं। ये बोतलें सैकड़ों साल तक जमीन में रह सकती हैं. यही कारण है कि हमें कम‑से‑कम प्लास्टिक चुनना चाहिए.
1. रीफ़िल करने वाली बोतल अपनाएँ: घर में या ऑफिस में स्टेनलेस स्टील/ग्लास की बोतल रखें। पानी, जूस, चाय‑कॉफ़ी सब उसी से भरकर लाएँ. एक साल में आपको सैकड़ों प्लास्टिक बॉटल नहीं खरीदनी पड़ेंगी.
2. कपड़े के बैग इस्तेमाल करें: सुपरमार्केट या किराने की दुकान पर हमेशा अपना कपड़े का थैला ले जाएँ। अगर आप इसे भूल गए तो स्टोर में मौजूद कागज़ी बैग भी प्लास्टिक से बेहतर होते हैं.
3. वैक्स रैप या बायो‑डिग्रेडेबल पैकेजिंग: लंच बॉक्स या सैंडविच को प्लास्टिक रैप की बजाय बीज़ वॅक्स, मोम कागज़ या एल्युमिनियम फॉयल में रखें. ये चीज़ें जल्दी टूटती हैं और पर्यावरण पर कम बोज़ डालती हैं.
4. एक‑बार इस्तेमाल वाले स्ट्रॉ से बचें: अगर आपको ड्रिंक में स्ट्रॉ चाहिए तो स्टेनलेस या कागज़ी स्ट्रॉ चुनें। कई रेस्टोरेंट अब अपने मेन्यू में “स्टिक-फ़्री” विकल्प दे रहे हैं.
5. री-साइक्लिंग का सही तरीका: प्लास्टिक को अलग-अलग वर्गों (पीवीसी, पीईटी आदि) में बाँटें और नगर निगम के नियम अनुसार जमा करें। अगर रीसायकल नहीं हो रहा तो उसे दोबारा उपयोग करने की कोशिश करें – जैसे पुराने कंटेनर से पॉटिंग गार्डन बनाएं.
इन छोटे‑छोटे कदमों को अपनाकर आप न केवल अपने खर्च में बचत करेंगे, बल्कि धरती को भी साफ़ रखेंगे. याद रखें, प्लास्टिक कम करना कोई बड़ी बात नहीं, बस नियमित आदत बन जानी चाहिए.
अगर आप अभी शुरू कर रहे हैं तो एक ही बदलाव चुनें और धीरे‑धीरे बाकी को जोड़ते जाएँ. हर दिन थोड़ा‑थोड़ा करके हम सब मिलकर बड़े परिवर्तन ला सकते हैं. अब समय है प्लैनेट की रक्षा करने का, और प्लास्टिक से दूर रहने का.