भूमिका
इज़राइल और लेबनान के बीच जारी तनातनी ने 23 सितंबर 2024 को एक नया और भयानक मोड़ लिया, जब इज़राइली वायुसेना ने लेबनान के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में सैकड़ों हवाई हमले किए। इन हमलों में 356 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें 24 बच्चे और 42 महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, 1,240 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। यह 2006 के इज़राइल-हिज़बुल्लाह युद्ध के बाद से सबसे घातक दिन के रूप में देखा जा रहा है।
हवाई हमलों का कारण
यह हवाई हमले उस समय शुरू हुए जब हिज़बुल्लाह ने उत्तरी इज़राइल पर 100 से अधिक रॉकेट दागे, जिनमें से कुछ हाइफ़ा शहर के पास गिर गए। हिज़बुल्लाह के इस हमले की प्रतिक्रिया के रूप में इज़राइल ने उन पर भीषण हमला किया। इस हमले से कुछ दिन पहले, इज़राइल ने बेरूत के एक उपनगर में एक हवाई हमला किया था, जिसमें हिज़बुल्लाह के एक शीर्ष सदस्य के साथ-साथ कुछ नागरिकों की भी मौत हो गई थी, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
लोगों की व्याकुलता और पलायन
हमलों के बाद, हजारों लेबनानी नागरिक अपने घरों को छोड़कर दक्षिणी लेबनान से राजधानी बेरूत की ओर भागने लगे। यह 2006 के युद्ध के बाद सबसे बड़ा पलायन माना जा रहा है। सड़कें जाम हो गईं और लोगों में व्याकुलता का माहौल बन गया।
इज़राइली प्रधानमंत्री की चेतावनी
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनानी नागरिकों से कहा कि वे अपने घरों को खाली करें और इस चेतावनी को गंभीरता से लें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जब यह ऑपरेशन समाप्त हो जाएगा, तो वे सुरक्षित रूप से अपने घरों को लौट सकते हैं।
हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला
इज़राइली सेना ने बताया कि उसने हिज़बुल्लाह के हथियार स्थलों से जुड़े 800 से अधिक ठिकानों पर हमला किया और वह अपने ऑपरेशन का विस्तार करते हुए लेबनान की पूर्वी सीमा पर बेक्का वैली के क्षेत्रों को भी निशाना बना रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद के अनुसार, इज़राइल के हमलों ने अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों, और एम्बुलेंसों को भी नहीं बख्शा, जिससे हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं। दूसरी ओर, इज़राइल ने कहा है कि वह हिज़बुल्लाह के उन हथियारों को निशाना बना रहा है, जो नागरिक क्षेत्रों में छिपाए गए हैं।
इज़राइल पर दागे गए मिसाइल
हिज़बुल्लाह ने इज़राइल की ओर 100 से अधिक मिसाइल दागे, जिनमें से अधिकांश को इज़राइल के सुरक्षा सिस्टम ने इंटरसेप्ट कर लिया। मिश्रण के कुछ टुकड़े गिरने से उत्तरी इज़राइल में दो लोगों को हल्की चोटें आईं। उत्तरी इज़राइल में स्कूल बंद कर दिए गए और निवासियों को सुरक्षित इलाकों के पास रहने की सलाह दी गई।
Ashish Shrestha
सितंबर 24, 2024 AT 09:46ये सब बस एक और युद्ध है। दुनिया ने अभी तक क्या सीखा? हर दशक में एक नया नाम, पर वही पुरानी गलतियाँ।
Mallikarjun Choukimath
सितंबर 25, 2024 AT 08:22इस विनाश के पीछे एक अधिक गहरी दर्शनशास्त्रीय समस्या छिपी है - नागरिक जीवन का अस्तित्व अब राष्ट्रीय हितों के लिए एक गणितीय चर हो गया है। हम न केवल रक्त बहा रहे हैं, बल्कि मानवता के अर्थ को भी विकृत कर रहे हैं।
Sitara Nair
सितंबर 27, 2024 AT 06:54ये सब देखकर दिल टूट गया 😔... बच्चों के खिलौने बमों में बदल गए हैं, और माँओ के आँसू अब भूमि के लिए नहीं, बल्कि उनके घरों के लिए बह रहे हैं। क्या हम वाकई इतना अंधे हो गए हैं कि ये सब नॉर्मल लगने लगा है? 🕊️
Abhishek Abhishek
सितंबर 27, 2024 AT 14:18लेकिन क्या हिज़बुल्लाह ने कभी नागरिकों को निशाना नहीं बनाया? ये सब एक तरफा कहानी है।
Avinash Shukla
सितंबर 29, 2024 AT 06:04मैं बस ये सोच रहा हूँ कि अगर हम सब एक दूसरे को इंसान के रूप में देख पाते, तो क्या ये सब होता? 🤔 युद्ध नहीं, बल्कि संवाद होना चाहिए। ये बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग - ये सब किसी के बेटे, बेटी, पिता, माँ हैं।
Harsh Bhatt
सितंबर 30, 2024 AT 09:17ये तो बस एक नियमित राष्ट्रीय सफाई है - आधुनिक युग में नागरिकों का विनाश अब एक तकनीकी आवश्यकता बन चुका है। जो नहीं जानते, वो बेवकूफ हैं। जो जानते हैं, वो निष्क्रिय हैं। और जो बोलते हैं, वो बेकार हैं।