आपको बार‑बार मौसम की खबरों की ज़रूरत नहीं पड़ती, लेकिन जब बारिश आती है तो सबको अपडेट चाहिए। यही कारण है कि बॉधिस टैग पर हम हर महत्त्वपूर्ण समाचार एक जगह इकट्ठा करते हैं। यहाँ आप यूपी, दिल्ली और बाकी भारत में हो रही बवंडर‑बारिश के बारे में तुरंत जानकारी पा सकते हैं। पढ़ते रहिए, ताकि अगली बारिश का सामना आराम से कर सकें।
उत्तरी प्रदेशों में 19 जून से 22 जून तक भारी बरसात की चेतावनी जारी है, खासकर आगरा और आस‑पास के जिलों में। दिल्ली में भी ठंड की लहर के साथ धुंध और बौछारें आने वाली हैं; एयर क्वालिटी इंडेक्स ख़राब होने का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने कहा कि कोहरा और तेज़ बारिश दोनों मिलकर ड्राइविंग को खतरनाक बना सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।
इन अपडेटों के साथ हम आपको यह भी बताते रहे‑गए हैं कि महराजनगढ़ में 15 अगस्त से पहले सीमा पर सुरक्षा जाँच बढ़ा दी गई है, ताकि कोई अनचाहा हादसा न हो। इसी तरह, UP के कई शहरों में बारिश की वजह से स्कूल और ऑफिस बंद रहने का निर्णय लिया गया था। ये सारी जानकारी आपको यहाँ एक क्लिक में मिलती है।
जब बाहर तेज़ बौछारें हों तो सबसे पहले घर के अंदर ही रहें। अगर बाहर जाना ज़रूरी हो, तो छाता या रेनकोट पहनें और जूते ऐसे चुनें जो पानी नहीं सोखें। सड़क पर गाड़ी चलाते समय स्पीड कम रखें; जल जमाव से ब्रेक फिसल सकते हैं।
बिजली गिरने की संभावना भी बढ़ जाती है, इसलिए खुले में पावर लाइन या इलेक्ट्रिकल उपकरणों के पास न खड़े हों। घर में अगर लाइट कटा तो टॉर्च रख दें और गैस सिलिंडर को धूप से दूर रखें। इन छोटी‑छोटी बातों से बड़ी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
बारिश वाले मौसम में स्वास्थ्य का ख़्याल रखना भी ज़रूरी है। गीले कपड़े नहीं पहनें, क्योंकि ठंड और नमी मिलकर जुकाम या फंगल इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। अगर बाहर जाना पड़े तो हाथों को बार‑बार धोएँ और मुँह ढंक कर रहें। बच्चों के साथ रहने वाले घर में पंखे बंद रखें, ताकि धूल और बाढ़ की गंध कम हो।
किसान भाईयों के लिए बारिश का मौसम फायदेमंद भी है अगर सही समय पर बीज बोया जाए। लेकिन अत्यधिक बरसात से खेत जलमग्न हो सकते हैं, इसलिए ड्रेनेज सिस्टम को चेक कर लें। पानी की बचत के लिए टंकी में एकत्रित बारिश का पानी इस्तेमाल किया जा सकता है—ये न केवल फसल के लिए अच्छा रहता है बल्कि खर्च भी कम करता है।
ट्रैवलर्स को बताना चाहेंगे कि यदि आप ट्रेन या बस से यात्रा कर रहे हैं, तो रेज़र बोरिंग और ट्रैक की स्थिति पर अपडेट लेते रहें। कई बार बारिश में सड़कों के पुल बंद हो जाते हैं; इसलिए वैकल्पिक मार्ग पहले से प्लान करना बेहतर रहता है।
अंत में, याद रखें कि बारिश का मजा तभी आता है जब आप सुरक्षित हों। चाहे वह घर में गिलास चाय की खुशबू हो या बाहर की बौछारें, दोनों को संतुलित रूप से जीएँ। मेट्रो ग्रीन्स समाचार पर लगातार अपडेट पढ़ते रहें और मौसम के साथ कदम मिलाकर चलें।