कैंसर का शब्द सुनते ही डर लगना स्वाभाविक है, पर आजकल कई प्रभावी तरीकों से इसे काबू किया जा रहा है। अगर आप या आपके परिवार में कोई रोगी है तो नीचे बताये गये बिंदुओं को अपनाकर इलाज आसान बन सकते हैं।
सर्जरी (शल्य चिकित्सा) – शुरुआती चरण में ट्यूमर हटाने के लिए सबसे आम तरीका है। डॉक्टर ट्यूमर का आकार और जगह देख कर इसे निकालते हैं। अक्सर सर्जरी के बाद अन्य थेरापी भी दी जाती है ताकि बचा हुआ कैंसर न रहे।
कीमोथेरापी (रासायनिक दवा) – यह दवाएँ तेजी से बढ़ती कोशिकाओं को मार देती हैं। इलाज का समय और खुराक डॉक्टर तय करता है। साइड इफ़ेक्ट्स जैसे उल्टी, बाल झड़ना आम होते हैं, पर इन्हें supportive care से कम किया जा सकता है।
रेडियेशन थेरापी (विकिरण) – कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उच्च ऊर्जा की किरणों का इस्तेमाल किया जाता है। यह बाहरी या आंतरिक (ब्रैकीथेरेपी) दोनों रूप में हो सकता है। सत्र आम तौर पर हफ्ते में एक बार होते हैं।
टार्गेटेड थेरापी और इम्यूनोथेरेपी – ये नई दवाएँ कैंसर की विशिष्ट जीन या प्रोटीन को निशाना बनाती हैं, जिससे सामान्य कोशिकाओं पर असर कम रहता है। इम्यून सिस्टम को सशक्त करके ट्यूमर से लड़ती हैं। भारत में अब कई अस्पताल इन उपचारों के लिए उपलब्ध हैं।
संतुलित आहार – फल, सब्जियाँ, दालें और पूरे अनाज को रोज़ खाएँ। प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक तेल व मीठे पदार्थ कम करें। विटामिन C, D और एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य वस्तु कैंसर से बचाव में मदद करती हैं।
नियमित व्यायाम – हल्का चलना, योग या स्ट्रेचिंग रोज़ 30 मिनट करें। इससे शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है और वजन नियंत्रण में रहता है, जो कई प्रकार के कैंसर से बचाव का एक बड़ा कारण है।
धूम्रपान व शराब छोड़ें – ये दो चीज़ें कई कैंसर का प्रमुख कारण हैं। यदि आप इनसे जूझ रहे हैं तो डॉक्टर या काउंसलर की मदद लें, बदलाव जल्दी दिखेंगे।
समय‑समय पर स्क्रीनिंग – 40 साल से ऊपर के लोगों को साल में एक बार कैंसर स्क्रिनिंग (जैसे ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल) करानी चाहिए। शुरुआती पता चलने पर उपचार अधिक सफल होता है।
मानसिक समर्थन – रोगी के मनोबल को उठाए रखना बहुत ज़रूरी है। परिवार और दोस्तों का साथ, काउंसलिंग या सपोर्ट ग्रुप में भाग लेना तनाव कम करता है और इलाज के परिणाम बेहतर होते हैं।
भारत सरकार ने कई योजनाएँ शुरू की हैं जैसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीजीआईवाई) जो कैंसर उपचार को आर्थिक रूप से आसान बनाती है। आप अपने नजदीकी अस्पताल या ऑनलाइन पोर्टल पर इन सुविधाओं की जाँच कर सकते हैं।
इन बुनियादी बातों को समझकर और सही डॉक्टर की सलाह लेकर आप कैंसर उपचार में काफी आगे बढ़ सकते हैं। याद रखें, शुरुआती पहचान और सटीक उपचार ही सबसे बड़ी जीत है।