वित्तीय वर्ष 2024-25 – मुख्य समाचार और विश्लेषण

जब आप वित्तीय वर्ष 2024-25, भारत का वह वित्तीय चक्र है जो 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक चलता है को देखते हैं, तो कई जुड़े हुए तत्व सामने आते हैं। उदाहरण के तौर पर बजट, सरकारी खर्च और राजस्व का वार्षिक सारांश इस अवधि में आर्थिक दिशा तय करता है, जबकि शेयर बाजार, इक्विटी और डेरिवेटिव्स की ट्रेडिंग का मुख्य मंच बजट के संकेतों पर प्रतिक्रिया देता है। इसी तरह IPO, नयी कंपनियों का सार्वजनिक रूप से शेयर जारी करना वित्तीय वर्ष की गति को तेज़ करता है, और सरकारी योजना, जैसे स्वास्थ्य बीमा या स्टार्ट‑अप समर्थन स्कीम आम जनता को सीधे लाभ पहुँचाती हैं। इस जाल में प्रत्येक तत्व का अपना भूमिका है और वे एक‑दूसरे को प्रभावित करते हैं।

बजट की घोषणाओं का सीधा असर

वित्तीय वर्ष 2024-25 में केंद्रीय बजट ने कई क्षेत्रों को नई दिशा दी। उदाहरण के तौर पर, स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख रुपये का कवरेज देकर पंजाब सरकार ने 1480 परिवारों को तुरंत लाभ पहुंचाया, जबकि दिल्ली में सोने की कीमत 21 फ़रवरी को 88,200 रुपये तक पहुँच गई, जिससे निवेशक सुचेत हो गए। बजट में स्टार्ट‑अप समर्थित स्कीमों ने Saatvik Green Energy जैसी कंपनियों को आईपीओ के माध्यम से 900 करोड़ रुपये जुटाने की अनुमति दी, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में त्वरित विकास की उम्मीद है। इन सबका एक साथ असर शेयर बाजार में दिखा, जहाँ Adani Power ने 1:5 स्टॉक स्प्लिट के बाद 20% तक उछाल देखा, जिससे छोटे निवेशकों के लिए अवसर बढ़े।

बजट के संकेतों के साथ ही, कंपनियों की ऑफ़रिंग्स ने भी वित्तीय वर्ष को रंगीन बना दिया। महिंद्रा ने बॉलेरो पर जनवरी 2025 में 1.25 लाख रुपये तक की छूट दी, जिससे बजट खरीदारों को बड़ी राहत मिली। इसी समय, Xiaomi ने 17 Pro Max लॉन्च किया, जहाँ डुअल‑डिस्प्ले और 7,500 mAh बैटरी ने प्री‑मियम स्मार्टफोन मार्केट में प्रतिस्पर्धा तेज़ कर दी। इन सभी घटनाओं ने शेयर बाजार के ट्रेंड को नियमित रूप से बदलते रहने का संकेत दिया।

साथ ही, सरकारी योजनाओं का सामाजिक प्रभाव अनदेखा नहीं किया जा सकता। भारत-नेपाल सीमा पर त्रिस्तरीय जांच, उत्तर प्रदेश में मौसम अलर्ट और गुजरात‑महाराष्ट्र में भारी बारिश की तैयारी ने लोगों की दैनिक खर्च करने की शक्ति को प्रभावित किया। इन बुनियादी सुदृढ़ियों ने आर्थिक गति को स्थिर रखने में मदद की, जिससे वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल मिलाकर स्थिरता देखी गई।

अब आप नीचे दिए गए लेखों में इनमें से कई पहलुओं की विस्तार से चर्चा देखेंगे—कीमतों में उछाल, सरकारी योजना के लाभ, शेयर बाजार की चाल, और प्रमुख कंपनियों की नई पहल। यह संग्रह आपको पूरे वित्तीय वर्ष की तस्वीर दिखाने के लिए तैयार किया गया है, ताकि आप सूचित निर्णय ले सकें।