वैभव सूर्यवंशी: क्रिकेट के युवा सितारे की कहानी और ब्रायन लारा से प्रेरणा
दिस॰, 1 2024क्रिकेट के उदीयमान सितारे वैभव सूर्यवंशी
भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे, 13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी, ने हाल ही में एक विशेष इंटरव्यू में अपनी प्रेरणा और अपने पसंदीदा क्रिकेटर का खुलासा किया। अंडर-19 एशिया कप में भाग ले रहे वैभव से जब पूछा गया कि उनका आदर्श कौन है, तो उन्होंने बिना हिचकिचाहट पश्चिम भारतीय क्रिकेट दिग्गज ब्रायन लारा का नाम लिया। उनके अनुसार, लारा का बल्लेबाजी कौशल और शैली अद्वितीय है और उन्हें मैदान पर देखने के बाद किसी भी युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना स्वाभाविक है।
लारा से प्रेरित है वैभव का खेल
वैभव सूर्यवंशी अपनी बल्लेबाजी में लारा की तकनीकों को अपनाने का भरपूर प्रयास करते हैं। वह कहते हैं कि लारा का बैटिंग स्टांस और स्ट्रोक प्ले उन्हें खासा पसंद है और वह इसे अपने खेल में शामिल करने के लिए हमेशा कोशिश करते रहते हैं। क्रिकेट के दुनिया में लारा की उपाधि 'प्रिंस' के रूप में होती है और वैभव के अनुसार, इस उपाधि को सही साबित करते हुए लारा ने हमेशा अपना खेल प्रस्तुत किया है।
दबाव के बावजूद लक्ष्य पर केंद्रित
इतनी कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय मंच पर खेलना निश्चित रूप से एक बड़ा चुनौतीपूर्ण काम है। फिर भी, वैभव सूर्यवंशी अपने लिए उच्च मानक स्थापित करने में जुटे हैं और उन्होंने बताया कि वह बाहरी दुनिया के शोर को नजरअंदाज कर अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए वैभव अपने व्यक्तित्व के साथ-साथ अपने खेल पर भी मेहनत कर रहे हैं और वही सबसे जरूरी है।
मिशन: एक और लारा तैयार करना
लारा को आदर्श मानने वाले वैभव का सबसे बड़ा सपना है कि वह भी एक दिन लारा जैसा महान बल्लेबाज बन सकें। यही कारण है कि रविवार की सुबह हो या शाम की ठंडी हवा, वैभव का बल्ला हमेशा मैदान पर हिलता रहता है। उनके कोच ने बताया कि वैभव में दृढ़ता और सही दिशा में मेहनत करने का जुनून है, जो उन्हें उनके सपने के करीब ले आ सकता है।
परिवार का समर्थन और उसका महत्व
किसी भी खिलाड़ी के जीवन में उसके परिवार का सहयोग महत्वपूर्ण होता है। वैभव के मामले में भी यह सच है। उनके माता-पिता ने कभी भी उन्हें उनके खेल के लिए रोका नहीं, बल्कि परिवार ने उनको ऐसा वातावरण देने का प्रयास किया जिससे वे पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान दे सकें। उनके पिता का मानना है कि वैभव का भविष्य उज्ज्वल है और उसकी मेहनत एक दिन जरूर रंग लाएगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता फोकस
अंडर-19 एशिया कप में वैभव की भागीदारी ने व्यापक रूप से ध्यान खींचा है। उनके प्रदर्शन पर केवल घरेलू नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की निगाहें भी टिकी हुई हैं। वे मानते हैं कि वैभव जैसे युवा प्रतिभाओं में भविष्य के सितारे छिपे हुए हैं जो भारतीय क्रिकेट के लिए अत्यंत लाभदायक हो सकते हैं।
फ्यूचर लक्ष्य
अभी, वैभव का प्रमुख लक्ष्य अपने दूसरों के अनुसरण से आगे बढ़कर खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाना है। उनके अनुसार, अगर वे अपनी मेहनत और प्रतिभा को सही दिशा दे सकें, तो वह एक दिन अपने आदर्श ब्रायन लारा के समान एक बड़ा नाम कमा सकते हैं। उनके कोच का भी मानना है कि वैभव की दृढ़ इच्छा शक्ति और उनकी कार्य नीति उन्हें वहाँ तक पहुँचने में मदद कर सकती है।