वेलिंगटन टेस्ट में हैरी ब्रूक्स की शानदार सेंचुरी से इंग्लैंड की वापसी

वेलिंगटन टेस्ट में हैरी ब्रूक्स की शानदार सेंचुरी से इंग्लैंड की वापसी दिस॰, 7 2024

वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के पहले दिन हैरी ब्रूक्स ने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी कौशल का शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। जब इंग्लैंड की टीम 43-4 के बुरे हालात में थी, तब ब्रूक्स ने अपनी टीम को संजीवनी दी। उनकी 123 रनों की पारी ने मानो संकट में घिरी टीम में जीवन डाल दिया। यह ब्रूक्स की इस सीरीज में दूसरी सेंचुरी थी, और उनकी इस पारी की बदौलत इंग्लैंड टीम ने टी ब्रेक तक सात विकेट के नुकसान पर 259 रन बना लिए थे।

ब्रूक्स की ज़बरदस्त फॉर्म

हैरी ब्रूक्स की इस कामयाबी से इंग्लैंड के क्रिकेट प्रशंसक बेहद खुश हैं। यह कोई पहली बार नहीं है जब उन्होंने संकट के क्षणों में टीम की मदद की हो। इससे पहले भी, उन्होंने क्राइस्टचर्च में खेले गए पहले टेस्ट में 132 रनों की नाबाद पारी खेलकर इंग्लैंड को 71-4 के कमजोर स्कोर से बाहर निकाला था। क्राइस्टचर्च के उस टेस्ट में उन्होंने ओली पोप के साथ 151 रनों की शानदार भागीदारी कर इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया था।

तूफानी बल्लेबाजी से बनी बात

वेलिंगटन टेस्ट में ब्रूक्स की बल्लेबाजी पर एक नजर डालें, तो उनकी पारी में आक्रामकता के साथ समझदारी का अद्भुत मिलाजुला प्रदर्शन देखने को मिला। अपनी इनिंग के दौरान उन्होंने महज 91 गेंदों पर शतक पूरा किया, जिसमें नौ चौके और पांच चौके शामिल थे। इस तूफानी अंदाज से बल्लेबाजी करते हुए, ब्रूक्स ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की लय को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया।

इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कमजोरी

ब्रूक्स और ओली पोप की शानदार साझेदारी से पहले इंग्लैंड के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे। ज़ाक क्रॉली ने शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट्स जरूर लगाए लेकिन जल्दी ही मैट हेनरी की गेंद पर आउट हो गए। बेन डकेट को स्लीप में कैच आउट कर दिया गया और जो रूट भी खुद को संभाल नहीं पाए और डेरिल मिचेल की गेंद पर महज तीन रन बनाकर आउट हो गए। जैकब बाथेल भी एक बाउंसर पर धीरे से चूक गए और 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।

टीम को चाहिए निरंतरता

हालांकि हैरी ब्रूक्स और ओली पोप की इस मैच में जो साझेदारी रही, वह इंग्लैंड के लिए राहत की सांस बनी। लेकिन टीम की इस तरह की अस्थिरता और मुख्य बल्लेबाजों की असफलता चिंताजनक है। इंग्लैंड के मुख्य कोच को इस पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि टीम आने वाले मैचों में और भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सके।

पेस गेंदबाजों के खिलाफ ये बल्लेबाज किसी रणनीति की कमी दर्शा रहे हैं और ये टीम के लिए बड़ा सबक भी है। आक्रमक बल्लेबाजी के साथ-साथ उन्हें अपनी रणनीति में सहनशक्ति लाने की जरूरत है।

भविष्य की आशा

इंग्लैंड के पास एक मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप है, लेकिन ज़रूरत है कि ये बल्लेबाज अपनी प्रतिभा को मैदान में उतारें और बार-बार के एक जैसे प्रदर्शन से बचें। अगर हैरी ब्रूक्स जैसी क्षमता के खिलाड़ी का प्रदर्शन जारी रहता है, तो इंग्लैंड के लिए किसी भी परिस्थिति में जीतना मुश्किल नहीं होगा।

इसी प्रकार के प्रदर्शन की उम्मीद लगाकर इंग्लैंड टीम अगले मैचों में उतर रही है। अब यह देखना होगा कि बाकी खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या टीम को सफलता मिलती है या नहीं।