मेट्रो ग्रीन्स समाचार ने इस महीने तीन बड़े ख़बरों को कवर किया है, जिनका असर निवेशकों से लेकर मेडिकल क्षेत्र और क्रिकेट प्रेमियों तक सबको हुआ। चलिए, हर कहानी का सार जल्दी‑से समझते हैं, ताकि आप बिना समय बर्बाद किए पूरा अपडेट ले सकें.
2016 में Zerodha ने अपने क्लाइंट अकाउंट्स को NSDL की जगह CDSL के पास ले जाने का फैसला किया। इसका मुख्य कारण था कि बेंगलुरु में CDSL के स्थानीय प्रतिनिधि हमेशा उपलब्ध रहते थे, जिससे ग्राहकों को तेज़ और भरोसेमंद सर्विस मिलती थी। CEO नितिन कमथ ने बताया कि इस बदलाव से ऑपरेशन की लागत घट गई और डिपॉजिटरी का मार्केट शेयर भी बढ़ा। आज Zerodha दोनों डिपॉजिटरीज – CDSL और NSDL के साथ काम कर रहा है, जिससे निवेशकों को लचीलापन मिलता है।
इस कदम ने कई छोटे‑बड़े ब्रोकर फर्मों को भी प्रेरित किया; अब उनका अधिकांश क्लाइंट बेस CDSL की ओर शिफ्ट हो गया है। अगर आप Zerodha के यूज़र हैं तो इस बदलाव से आपका ट्रेडिंग अनुभव तेज़ और सुरक्षित रहेगा, और नए निवेशकों को भी यही सलाह मिल सकती है कि वह डिपॉजिटरी चुनते समय लोकल सपोर्ट देखे।
गौरिबाजार की 40‑सालिया महिला को एक दुर्लभ टेंडन ट्यूमर मिला, और उसे हटाने के बाद नया टेंडन नहीं बचा था। AIIMS गोरखपुर ने इस चुनौती को बायोमैटेरियल तकनीक से हल किया – डोनर मस्तिष्क (ब्रेन) से ली गई डेड सेल्स का उपयोग करके Achilles टेंडन ट्रांसप्लांट किया गया। यह भारत में ऐसा पहला केस है, जहाँ मृत दाता की कोशिकाओं से जीन‑इंजीनियर्ड टिश्यू को रोगी के शरीर में लगाया गया।
सर्जरी के बाद महिला ने फिर से चलना शुरू कर दिया और पहले जैसी ही गतिशीलता पाई। डॉक्टरों का कहना है कि यह तकनीक भविष्य में कई मोटर डिसऑर्डर्स, जैसे पैर की चोटें या टेंडन क्षति, को ठीक करने में मददगार हो सकती है। अगर आप या आपके जानने वाले किसी ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं तो AIIMS गोरखपुर के इस नए उपचार पर जरूर ध्यान दें।
यह केस मेडिकल समुदाय में काफी चर्चा का कारण बना हुआ है क्योंकि इससे बायो‑इंजीनियरिंग और सर्जरी का मिलन एक सफल उदाहरण बन गया है। भविष्य में ऐसे ट्रांसप्लांट्स की लागत घटेगी और अधिक मरीजों को फायदा मिलेगा, यही उम्मीद विशेषज्ञों की है.
क्रिकेट के शौकीनों ने भी इस महीने कुछ खास देखा – IND vs ENG टेस्ट मैच में नितीश कुमार रेड्डी को क्रिस वॉक्स ने एक अनोखी गेंद से आउट किया। यह डिलिवरी विराट कोहली के आउट होने वाले स्टाइल से बिल्कुल उल्टी थी, जिससे दर्शकों की रीडिंग तेज़ हो गई। शुबमन गिल ने दो शानदार पारियां खेलीं और भारत 336 रन बनाकर मैच बराबर करने में सफल रहा। इस जीत ने भारतीय टीम को आत्मविश्वास दिया और टेस्ट सीरीज को टाइट बना दिया.
जुलाई 2025 का महीना इतना विविध क्यों रहा? वित्त, स्वास्थ्य और खेल – तीनों क्षेत्रों में ऐसी खबरें आम आदमी के जीवन से जुड़ी हैं. Zerodha की डिपॉजिटरी बदलाव आपके निवेश सुरक्षा को बढ़ाता है, AIIMS गोरखपुर की मेडिकल नवाचार भविष्य की इलाज़ पद्धतियों का रास्ता दिखाती है, और क्रिकेट मैच आपका मनोरंजन और राष्ट्रीय गर्व दोनों देता है.
अगर आप इन ख़बरों से जुड़ी कोई सवाल या राय शेयर करना चाहते हैं तो मेट्रो ग्रीन्स समाचार के कमेंट सेक्शन में लिखें. अगले महीने फिर नई-नई जानकारी के साथ मिलेंगे – तब तक पढ़ते रहें, सीखते रहें!